Gujarat Election 2022: कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर कसा तंज, पूछा- हिमाचल और गुजरात के नतीजे एक दिन तो वोटिंग के दिन क्यों नहीं?
Congress Accused EC: कांग्रेस ने कहा कि हिमाचल चुनाव में पहली बार हुआ कि तारीख का एलान 14 अक्टूबर को हुआ और आचार संहिता 17 से लागू हुई क्योंकि उसके पहले पीएम का कार्यक्रम था.
Congress Attacks On Electoin Commission: चुनाव आयोग (Election Commission) ने गुरुवार (3 नवंबर) को गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Elections) की तारीखों की घोषणा कर दी है. गुजरात चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही इस पर सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस (Congress) ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते हुए उस पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता रघु शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव आयोग का शुक्रिया कि बीजेपी सरकार (BJP Government) के दबाव के बाद भी गुजरात में चुनाव का एलान किया. आयोग को यह बताना चाहिए कि हिमाचल और गुजरात के नतीजे एक दिन तो वोटिंग के दिन क्यों नहीं?
कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग पर बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप लगाया. कांग्रेस ने कहा कि हिमाचल चुनाव में पहली बार हुआ कि तारीख का एलान 14 अक्टूबर को हुआ और आचार संहिता 17 से लागू हुई क्योंकि उसके पहले पीएम का कार्यक्रम था. मोरबी की घटना (Morbi Bridge Accident) के बाद कांग्रेस ने सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए लेकिन मानवीय संवेदना दिखाने को बजाए पीएम ने हैट पहनकर सरकारी कार्यक्रम जारी रखा, जबकि वह खुद उस राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
पीएम मोदी और बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मोरबी पुल दुर्घटना में घायलों से मिलने से पहले अस्पताल का रंगरोगन हुआ. एक मरीज जिसकी पट्टी पहले छोटी थी वो पीएम के दौरे से पहले लंबी हो गई. गुजरात के एक मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ आरोपी कंपनी के मालिक के साथ तस्वीर सामने आ रही है. चुनावी लाभ के लिए जर्जर पुल का उद्घाटन कर दिया गया. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच करवाने की मांग की क्योंकि एसआईटी तो सरकारी कर्मचारी ही होते हैं. सरकार केवल मजदूरों पर कार्रवाई कर रही है.
चुनाव आयोग ने बताई देरी की वजह
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा में देरी की एक वजह हाल ही में मोरबी पुल हादसा है. घटना के बाद राज्य में राजकीय शोक भी था. चुनाव आयोग ने कहा कि एलान में देरी के कई कारण हैं. एक्शन और रिजल्ट वास्तव में शब्दों से ज्यादा जोर से बोलते हैं.
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