Gujarat Congress News: गुजरात कांग्रेस के नेता राज्य में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के खिलाफ कुछ समय पहले तक मीडिया से बात करने से बचते रहे हैं, मगर अब स्थिति बदलने लगी है. पार्टी के प्रवक्ता और पटेल नेता मनहर पटेल ने हार्दिक पटेल के कथित निराधार आरोपों और दावों के लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा है कि पाटीदार नेता अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय या राज्य के नेताओं से कभी नहीं मिले.


मनहर पटेल ने कहा, हार्दिक पटेल दावा कर रहे हैं कि राष्ट्रीय नेता उनसे नहीं मिल रहे हैं, लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने कभी भी अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए समय नहीं मांगा. उन्होंने हाल ही में दाहोद में राहुल गांधी से मुलाकात की और फिर भी वह नाखुश और असंतुष्ट हैं. उन्हें अपने मुद्दों को लेकर पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करनी है, न कि मीडिया के साथ.


हार्दिक पटेल के इस दावे का जवाब देते हुए कि पार्टी उन्हें काम नहीं दे रही है, मनहर पटेल ने कहा कि पहले लोगों तक पहुंचना होगा. मनहर पटेल ने कहा, हार्दिक पटेल कार्यकारी अध्यक्ष हैं, उन्हें काम मांगने की जरूरत नहीं है. उन्हें केवल लोगों के पास जाना है और पार्टी को उनसे जोड़ना है, उनके मुद्दों को उठाना है. हार्दिक पटेल के कथित अन्याय के दावे का मजाक उड़ाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "हार्दिक को लगता है कि अगर कांग्रेस उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तो पार्टी उनके साथ अन्याय कर रही है. क्या इसे अन्याय कहा जा सकता है?"


बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं हार्दिक- मनहर
मनहर पटेल के अनुसार, गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकुर और पार्टी प्रभारी रघु शर्मा ने हार्दिक पटेल को दो बार उनके मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बुलाया था, लेकिन वह बैठक के लिए कभी नहीं आए, जिसका अर्थ है कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, और वे केवल मीडिया में बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं और पार्टी को बदनाम कर रहे हैं.


हार्दिक पटेल और अन्य पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के नेताओं ने रविवार को लेउवा पाटीदार नेता और खोडलधाम के प्रबंध न्यासी नरेश पटेल के साथ बैठक की. बैठक के बाद, हार्दिक पटेल ने सार्वजनिक रूप से कहा कि वह और अन्य नेता नरेश पटेल के साथ काम करना चाहेंगे, यदि वह राजनीति में प्रवेश करते हैं और किसी भी पार्टी में शामिल होते हैं.


पार्टी में हैं तो लाइन ना करें पार- अर्जुन मोधावडिया
हालांकि, पार्टी सूत्रों ने कहा कि चूंकि नरेश पटेल हार्दिक पटेल से बड़े नेता हैं, जिनके राज्य में अधिक समर्थक हैं, इसलिए हार्दिक को डर है कि अगर नरेश पटेल कांग्रेस में शामिल होते हैं, तो पार्टी में उनका राजनीतिक कद कम हो जाएगा. कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी हार्दिक पटेल के हालिया कार्यो पर टिप्पणी की. गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने कहा, "पार्टी उचित समय पर अनुशासनहीनता के बारे में निर्णय लेगी. हार्दिक पटेल को सलाह देने के लिए मैं एक छोटा कार्यकर्ता हूं, जो एक नेता हैं."


जीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष, विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता अर्जुन मोधावडिया ने कहा, अगर कोई पार्टी छोड़ना चाहता है, तो उसे फैसला करना चाहिए. लेकिन जब तक कोई पार्टी में है, उसे लाइन पार नहीं करनी चाहिए. पार्टी ने उन्हें एक पद और जिम्मेदारी दी है, जिसे हार्दिक पटेल को निभाना चाहिए.


यह भी पढ़ें:


Gujarat Board Results 2022: आज घोषित नहीं होंगे गुजरात बोर्ड जनरल स्ट्रीम के नतीजे, जानें- क्या है वायरल नोटिस की सच्चाई?


Surat Crime News: सूरत में हीरा कारोबारी से ठगी, नकली हीरे बेचकर लगाया हजारों का चूना