Gujarat Election 2022: गुजरात में सोमवार को दूसरे चरण के लिए मतदान संपन्न हुआ. वहीं प्रदेश के खेड़ा जिले के उंढेला गांव के करीब 1,400 मुस्लिम मतदाताओं ने कल वोटिंग का बहिष्कार किया. समुदाय के स्थानीय नेताओं ने यह दावा किया है. समुदाय के नेताओं ने कहा कि दो महीने पहले पुलिस द्वारा समुदाय के कुछ लोगों की सरेआम पिटाई करने के विरोध में उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया. हालांकि, अधिकारियों ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि बहिष्कार का आह्वान नहीं किया गया था.


'इसलिए किया बहिष्कार'
समुदाय के नेताओं ने कहा कि मातर तालुका में स्थित गांव के कुल 3,700 मतदाताओं में से सभी 1,400 मुस्लिम मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया. दूसरे और अंतिम चरण में राज्य की 93 विधानसभा सीट पर सोमवार को मतदान हुआ. उंढेला के स्थानीय मुस्लिम नेता मकबूल सैय्यद ने दावा किया, "सरेआम पिटाई किये जाने और दोषियों को दंडित करने से प्रशासन के इनकार के विरोध में गांव के सभी मुस्लिम मतदाता मतदान प्रक्रिया से दूर रहे. हमने पुलिस द्वारा एकतरफा कार्रवाई पर अपना रोष व्यक्त करने के लिए इस बहिष्कार का आह्वान किया. अब तक किसी भी पुलिसकर्मी को उनके कृत्य के लिए निलंबित नहीं किया गया है."


हालांकि, खेड़ा के जिलाधिकारी के एल बचानी ने स्थानीय निर्वाचन अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि बहिष्कार का कोई आह्वान नहीं किया गया था. बचानी ने कहा, "निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी कोई घटना नहीं हुई. किसी ने भी इस तरह के मुद्दे को लेकर हमसे संपर्क नहीं किया. हमारे रिकॉर्ड के अनुसार, 43 प्रतिशत मतदाताओं ने उंढेला में मतदान किया."


ये था मामला
दरअसल, अक्टूबर में खेड़ा जिले में एक गरबा कार्यक्रम में कथित रूप से मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के एक समूह द्वारा पथराव किए जाने से एक पुलिसकर्मी सहित सात लोग घायल हो गए थे. उन्होंने एक मस्जिद के पास कार्यक्रम आयोजित करने पर आपत्ति जताई थी. बाद में, सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए थे जिनमें सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी कुछ लोगों की पिटाई करते हुए नजर आये थे.


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