Gujarat Election 2022 : गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी ने हार्दिक पटेल को अपने पाले में कर पटेल वोट पाने के लिए बड़ा दाव खेल दिया है. आंकड़ों  की माने तो गुजरात में कुल 182 में 71 विधानसभा सीटों पर पाटीदार निर्णायक भूमिका निभाते हैं. बताया जाता है कि साउथ गुजरात और सौराष्ट्र में तो हार-जीत का अंतर भी पाटीदार समाज ही तय करता है. 

बीजेपी नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि पटेल यह सुनिश्चित करेंगे कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को "भारी बहुमत" मिले. पाटीदार एकजुट हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करने का फैसला किया है. 2017 के चुनाव में मुद्दा अलग था. 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस (EWS)कोटा ने गुजरात के पटेलों सहित अन्य वर्गों के गरीबों और वंचितों के लिए आरक्षण का लाभ बढ़ाया है.

ईडब्ल्यूएस कोटे का फैसला एक 'ऐतिहासिक' फैसला है

मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए पटेल ने कहा कि ईडब्ल्यूएस कोटे का फैसला एक 'ऐतिहासिक' फैसला है. उन्होंने यह भी कहा कि इससे 50 से अधिक समुदायों के गरीबों को लाभ होगा. “यह (ईडब्ल्यूएस आरक्षण) बीजेपी को अत्यधिक लाभान्वित करेगा. पिछली बार, पाटीदार आंदोलन ने लगभग 20 सीटों को सीधा और कई अन्य सीटों को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया था.


अन्य समुदायों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा


अब केवल पटेल ही नहीं बल्कि कई अन्य समुदायों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा. हार्दिक पटेल, जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व किया था, बाद में 2019 के आम चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. उन्होंने इस साल जून में कांग्रेस छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए.अब गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं.