Gujarat Election Result: गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष बोले- 'AAP और असदुद्दीन ओवैसी ने हमारा वोट काटा'
Gujarat Election Result: गुजरात में चार बजे तक के रुझानों के अनुसार बीजेपी 86 सीटों पर जीत चुकी है और 71 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस अब तक 7 सीटें ही जीत पाई है. और 9 सीटों पर आगे चल रही है.
Gujarat Election Result 2022: कांग्रेस के गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने गुजरात में अपनी हार के लिए आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की वजह से कांग्रेस के वोट कटे. उन्होंने कहा कि हम कमियों का विश्लेषण करने के लिए जल्द ही बैठक करेंगे. मुझे उम्मीद है कि अगली सरकार जनता से किए अपने वादों को पूरा करेगी.
चुनाव आयोग के अनुसार गुजरात में चार बजे तक के रुझानों की बात करें तो गुजरात में 86 सीटों पर बीजेपी जीत चुकी है और 71 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस ही हालत बेहद खराब है. कांग्रेस मात्र 7 सीटें ही जीत पाई है और 9 सीटों पर आगे चल रही है.
भूपेंद्र पटेल फिर संभालेंगे कमान
गुजरात में भूपेंद्र पटेल फिर से राज्य की कमान संभालेंगे. प्रदेश भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने गुरुवार को कहा कि पटेल 12 दिसंबर को फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. भूपेंद्र पटेल ने नगर निकाय स्तर से राज्य की राजनीति में अपना मुकाम हासिल किया. पार्टी ने पिछले साल जब राज्य में पूरी ही सरकार को बदलने का फैसला किया था तब मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेंद्र पटेल के चयन ने सबकों को चौंका दिया था. पार्टी ने विजय रूपाणी के स्थान पर भूपेंद्र पटेल का चयन किया था. मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भूपेंद्र पटेल ने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत कई अन्य को पछाड़ दिया था.
सितंबर 2021 में मुख्यमंत्री बनने से पहले भूपेंद्र पटेल को अहमदाबाद से बाहर कम ही लोग जानते थे. यहां तक कि उनसे पार्टी के अंदर भी ज्यादा लोग परिचित नहीं थे. उन्होंने गुजरात में अपने आप को एक नेता के तौर पर स्थापित करने के लिए कड़े फैसले किए हैं. भाजपा पहले ही ऐलान कर चुकी थी की पार्टी को बहुमत मिलने पर भूपेंद्र पटेल ही राज्य के मुख्यमंत्री होंगे. ‘ओपिनियन पोल्स’ (सर्वेक्षणों) में वह गुजरात का नेतृत्व करने के लिए लोगों की पहली पसंद के तौर पर उभरे थे. गुजरात में पाटीदार जाति का वर्चस्व है और अच्छी खासी संख्या में उसके मतदाता हैं और उनका राज्य की राजनीति पर प्रभाव है. उनका प्रभाव शिक्षा, रियलटी और सहकारिता क्षेत्रों पर है.