Gujarat Elections 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी काट सकती है दिग्गज नेताओं के टिकट, रणनीति बदलने का है पार्टी का विचार
Gujarat Elections: बीजेपी गुजरात के लिए रणनीति में बदलाव करने पर विचार कर रही है, जिसमें कुछ वरिष्ठ नेताओं को पद से हटाना भी शामिल है. बता दें कि राज्य में विधानसभा चुनाव दिसंबर में होने की संभावना है
Gujarat Elections 2022: चार राज्यों में चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी गुजरात के लिए रणनीति में बदलाव करने पर विचार कर रही है, जिसमें कुछ वरिष्ठ नेताओं को पद से हटाना भी शामिल है. शुरुआती संकेतों के अनुसार, उसके लगभग 60 विधायकों को टिकट नहीं दिया जाएगा क्योंकि पार्टी नए और युवा चेहरों को मैदान में उतारना चाहती है. आपको बता दें कि राज्य में विधानसभा चुनाव दिसंबर में होने की संभावना है.
कांग्रेस से हारने वाले 77 उम्मीदवारों का करियर खत्म हुआ
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के एक सूत्र के कहा कि पिछले शुक्रवार को कमलम (भाजपा का गुजरात मुख्यालय) में नेताओं को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संकेत दिया कि इसमें भारी बदलाव हो सकते हैं और राज्य इकाई को इसके लिए तैयार रहना चाहिए.
अब कानाफूसी हो रही है कि पाटिल की बात सच होगी.अगर ऐसा होता है तो पूर्व सीएम विजय रूपाणी, पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल, पूर्व शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा और कम से कम चार दर्जन अन्य नेताओं सहित वरिष्ठ नेताओं को राजनीतिक गुमनामी में धकेला जा सकता है. पार्टी सूत्रों ने यह भी दावा किया कि 2017 में कांग्रेस से हारने वाले 77 उम्मीदवारों का करियर खत्म हो गया है. पिछली बार यह एक करीबी कॉल थी और भाजपा ने 90 सीटें जीती थीं.
रूपाणी को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया
रूपाणी ने कहा है कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वह स्वीकार करेंगे, जबकि पटेल अब तक यह कहते हुए टिप्पणी करने से कतराते रहे हैं कि सही समय आने पर वह इस पर चर्चा करेंगे. विशेष रूप से, मोदी ने शुक्रवार को मुख्यालय की अपनी यात्रा के दौरान रूपाणी को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया. ऐसा लगता है कि पिछले साल भूपेंद्र पटेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद रूपाणी को हाल ही में दरकिनार कर दिया गया था.
राजनीतिक विश्लेषक दिलीप पटेल ने कहा, "मोदी-सीआर पाटिल शासन में केवल एक मानदंड है और वह है 'जीतने की क्षमता'. अगर कोई उम्मीदवार 100 साल का है और चुनाव जीत सकता है, तो दोनों नेता ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारने से नहीं हिचकिचाएंगे,