Gujarat Fake CMO officer: वडोदरा डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच (डीसीबी) ने सोमवार को कहा कि उसने एक भगोड़े को गिरफ्तार किया है, जो खुद को गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) का अधिकारी बताकर झांसा देने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद पुलिस हिरासत से भाग निकाला था. आरोपी विराज पटेल को पहली बार अप्रैल में सीएमओ अधिकारी के रूप में पेश करने और मुंबई की एक महिला का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. नवंबर में वडोदरा में एक अदालत में पेशी के दौरान उसने भागने का दुस्साहस किया.


देश से भागने की फिराक में था आरोपी
अधिकारियों ने खुलासा किया कि पटेल, जो पहले वडोदरा सेंट्रल जेल में कैद था, ने देश से भागने की फिराक में कई राज्यों की यात्रा की. वह त्रिपुरा, असम और मिजोरम तक गया, जहां पकड़ा गया. वह विदेश भागने की फिराक में था. अपराध शाखा ने मानव खुफिया जानकारी, तकनीकी स्रोतों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जानकारी का विश्‍लेषण किया. पता चला कि पटेल पहले अहमदाबाद भाग गया और उसके बाद छत्तीसगढ़, बिहार, असम, त्रिपुरा और मिजोरम चला गया, जहां से उसने विदेश भागने की योजना बनाई. क्राइम ब्रांच को पता चला कि आरोपी त्रिपुरा, असम और मिजोरम के विभिन्न पतों पर छिपा हुआ है. पटेल को मिजोरम-असम सीमा के पास से पकड़ा गया और उसे वडोदरा ले जाया गया.


अधिकारी ने कहा कि पटेल के हिरासत से भागने के बाद एक पुलिस उप-निरीक्षक और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया था और शहर अपराध शाखा ने उसे पकड़ने के लिए टीमें गठित कीं थी. वडोदरा अपराध शाखा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अधिकारियों ने लगभग 500 सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया, तकनीकी निगरानी और मानव खुफिया का इस्तेमाल किया और पूर्वोत्तर राज्यों में आरोपी का पता लगाने के लिए लगभग 7,000 किमी की दूरी तय की, जहां से वह अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था.


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