Gujarat Fake Visa Case: गुजरात के अहमदाबाद में विदेश यात्रा के लिए वीजा दिलाने के वास्ते कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप में एक 'टूर एंड ट्रेवेल एजेंसी' से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि एक ट्रेवल एजेंसी पर छापेमारी के बाद तीनों को गिरफ्तार किया गया है.


उन्होंने कहा कि छापे के दौरान यह पता चला था कि वे सरकारी और निजी एजेंसी के दस्तावेज बनाने के लिए नोटरीकृत टिकट का इस्तेमाल कर रहे थे, ताकि लोगों को धोखाधड़ी से वीजा, विशेष रूप से पर्यटक वीजा मिल सके.


छापेमारी के दौरान सरकारी और निजी कंपनियों के प्रमाणपत्रों और दस्तावेजों के साथ 39 पासपोर्ट, 55 नोटरीकृत स्टाम्प, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क और प्रिंटर जब्त किए गए.


तीनों व्यक्तियों पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और अन्य अपराधों के उद्देश्य से जालसाजी करने का आरोप लगाया गया है.


गुजरात पुलिस इस तरह की धोखाधड़ी की जांच तब से कर रही है जब पिछले साल जनवरी में गांधीनगर जिले के डिंगुचा के एक परिवार के चार सदस्यों की कनाडा से अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश के दौरान मौत हो गई थी.


वहीं दूसरी ओर शनिवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट थाने की पुलिस टीम ने लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले इंटरनेशनल इमीग्रेशन रैकेट के फरार चल रहे दो और एजेंट को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, भावसिंह भाई और प्रतीक शाह के रूप में हुई है. ये गुजरात के सूरत और सोमनाथ के रहने वाले हैं. 


डीसीपी ने बताया कि इस साल मार्च के 16 और 24 तारीख को आईजीआईए के इमीग्रेशन डिपार्टमेंट से दो अलग-अलग मामलों में पेरिस जा रहे कुल 4 हवाई यात्रियों के फर्जी वीजा पर यात्रा करने की शिकायत मिली थी. दोनों मामलों में पुलिस ने पूछताछ के बाद यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया था. 16 मार्च को पकड़े गए यात्रियों सुच्चा सिंह, सुरजीत सिंह और अमनदीप सिंह से पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि वो उनके कॉमन फ्रेंड के माध्यम से दिल्ली के ऊत्तम नगर के रहने वाले गुरिंदर सिंह मोखा और रोपड़, पंजाब के रहने वाले संदीप कुमार नाम के एजेंट के संपर्क में आये थे.


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