Gujarat Top 7 Temples: सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य गुजरात भारत के सबसे जीवंत राज्यों में से एक है, जो अपने उत्कृष्ट आकर्षण के लिए जाना जाता है. गुजरात में बहुत से फेमस मंदिर हैं जहां हर साल भक्तों की भीड़ लगती है. गुजरात के मंदिर केवल पूजा के स्थान नहीं हैं बल्कि वास्तुशिल्प चमत्कार हैं, जो पिछले समय में राज्य की भव्यता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. गुजरात के कई मंदिर भारत में अलग-अलग कारणों से फेमस है. इस लिस्ट में जानिए उन मंदिरों के बारे में जो काफी प्रशिद्ध हैं.
गुजरात का सोमनाथ मंदिर
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, पौराणिक सोमनाथ मंदिर को गुजरात के सबसे खूबसूरत मंदिरों में से एक माना जाता है जो प्राचीन काल से मौजूद हैं. यह मंदिर गुजरात के वेरावल बंदरगाह में स्थित है. महमूद गजनवी ने आज से कई साल पहले सन मंदिर पर हमला किया था. गजनवी ने मंदिर की संपत्ति लूटी थी और उसे तकरीबन नष्ट कर दिया था. वर्तमान संरचना वर्ष 1950 में सरदार वल्लभभाई पटेल के सहयोग से बनाई गई थी. आज, इसका प्रबंधन श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा किया जाता है.
मंदिर जानें का समय
समय- सुबह 06:00 बजे से रात 09:30 बजे तक
निकटतम हवाई अड्डा- केशोद हवाई अड्डा (55 किमी)
निकटतम रेलवे स्टेशन- वेरावल रेलवे स्टेशन- (7 किमी)
द्वारकाधीश मंदिर
इस मंदिर को जगत मंदिर या त्रिलोक सुंदर मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, द्वारकाधीश मंदिर हिंदू धर्म में श्रद्धेय चारधाम यात्रा का एक हिस्सा है. भगवान द्वारकाधीश (भगवान कृष्ण का एक रूप) को समर्पित, मंदिर 2500 साल से अधिक पुराना है और दुनिया भर से भक्तों को आकर्षित करता है. मंदिर के शीर्ष पर एक ध्वज है जिस पर एक सूर्य और एक चंद्रमा है, जिसे एक दिन में तीन बार बदला जाता है. मंदिर की वर्तमान संरचना की स्थापना 15वीं और 16वीं शताब्दी के आसपास की गई थी.
मंदिर जानें का समय
समय- सुबह 06:30 से दोपहर 01:00 बजे तक और शाम 05:00 बजे से रात 09:30 बजे तक
निकटतम हवाई अड्डा– जामनगर हवाई अड्डा (45 किमी)
निकटतम रेलवे स्टेशन– द्वारका और जामनगर रेलवे स्टेशन (132 किमी)
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर
गुजरात के सबसे बड़े मंदिरों में से एक, गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर का प्रबंधन समृद्ध हिंदू स्वामीनारायण समूह द्वारा किया जाता है. 23 एकड़ के मनीकृत लॉन में फैले इस विशाल मंदिर का निर्माण लगभग 1000 कारीगरों ने किया था. यह परिसर 6000 मीट्रिक टन गुलाबी बलुआ पत्थर से बनाया गया था और इसे भगवान स्वामीनारायण का निवास माना जाता है. मंदिर का एक प्रमुख आकर्षण 45 मिनट का वाटर शो है, जो सूर्यास्त के बाद आयोजित किया जाता है.
मंदिर जानें का समय
समय- सुबह 09:30 से शाम 06:30 बजे तक
वाटर शो- शाम 07:00 बजे
निकटतम हवाई अड्डा- अहमदाबाद हवाई अड्डा
निकटतम रेलवे स्टेशन- गांधी नगर जंक्शन
जामनगर का बाला हनुमान मंदिर
रणमल झील के दक्षिण-पूर्वी किनारे पर स्थित, बाला हनुमान मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और हर साल बड़ी संख्या में उनके भक्त यहां आते हैं. शाम के समय मंदिर और इसके आसपास चहल-पहल रहती है. वास्तव में, मंदिर 1 अगस्त 1964 से प्रार्थना 'श्री राम, जय राम, जय जय राम' के निरंतर जाप के कारण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है. मंदिर की स्थापना 1963-64 में प्रेम भिक्षुजी द्वारा की गई थी.
मंदिर जाने का समय
समय- सुबह 06:00 बजे से रात 10:00 बजे तक
निकटतम हवाई अड्डा- जामनगर हवाई अड्डा या गोवर्धनपुर हवाई अड्डा जामनगर
निकटतम रेलवे स्टेशन- जामनगर रेलवे स्टेशन
रुक्मिणी देवी मंदिर, द्वारका
भगवान कृष्ण की पत्नी देवी रुक्मिणी को समर्पित, रुक्मिणी देवी मंदिर एक छोटा मंदिर है, जो अपनी सुंदर नक्काशी और अपने शानदार डिजाइन के कारण जाना जाता है. मंदिर के आंतरिक गर्भगृह में भगवान के साथ देवी की मूर्ति है. कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी के आसपास हुआ था. रुक्मिणी मंदिर की दीवारों को आश्चर्यजनक चित्रों से सजाया गया है, जिसमें भगवान के साथ देवी रुक्मिणी की विभिन्न घटनाओं को दर्शाया गया है. यह शहर से लगभग 1.5 किमी उत्तर की ओर है.
मंदिर जानें का समय
समय - 05:00 पूर्वाह्न - 12:00 अपराह्न और 04:00 अपराह्न - 09:00 अपराह्न
निकटतम हवाई अड्डा- जामनगर हवाई अड्डा (45 किमी)
निकटतम रेलवे स्टेशन- द्वारका और जामनगर रेलवे स्टेशन (132 किमी)
वापस शीर्ष पर
सूर्य मंदिर, मोढेरा
11 वीं शताब्दी में सोलंकी राजवंश के राजा भीमदेव प्रथम द्वारा स्थापित, सूर्य मंदिर अहमदाबाद से लगभग 106 किमी उत्तर-पश्चिम की ओर मोढेरा में एक पहाड़ी पर स्थित है. गुजरात के सबसे खूबसूरत हिंदू मंदिरों में से एक, इसे इस तरह से बनाया गया है कि सूर्योदय से सूर्यास्त तक सूर्य चक्र की छवि पर सूर्य चमकता है. मुख्य हॉल और मंदिर को देवताओं की मूर्तियों से बड़ी ही खूबसूरती से सजाया गया है.
मंदिर जाने का समय
समय- सुबह 06:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक
निकटतम हवाई अड्डा- अहमदाबाद हवाई अड्डा (102 किमी)
निकटतम रेलवे स्टेशन- मेहसाणा रेलवे स्टेशन (40 किमी)
भालका तीर्थ, सोमनाथ
सोमनाथ और वेरावल के बीच स्थित, भालका तीर्थ वह स्थान है जहां भगवान कृष्ण को गलती से एक हिरण समझ लिया गया था, जब वह जंगल में ध्यान कर रहे थे, और एक शिकारी के तीर से घायल हो गए थे. यह वह स्थान है जहां उन्होंने अपने स्वर्गीय निवास के लिए पृथ्वी को छोड़ा था. यह स्थान तीन नदियों- हिरण, कपिला और सरस्वती के संगम पर है, जिसे संगम कहा जाता है. इसके पास ही महाप्रभुजी की बैठक नाम का मंदिर भी है, जो भगवान कृष्ण को समर्पित है, साथ ही एक पुराना बरगद का पेड़ भी है.
मंदिर जाने का समय
समय- सुबह 06:00 बजे से रात 09:00 बजे तक
निकटतम हवाई अड्डा- केशोद हवाई अड्डा (55 किमी)
निकटतम रेलवे स्टेशन- वेरावल रेलवे स्टेशन- (7 किमी)
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