Gujarat Flood News: गुजरात के डांग जिले में भारी बारिश के कारण अंबिका और कावेरी नदियां उफान पर है. नदियों का आबादी और जोत वाले इलाके में फैलसे ने कई इलाके में बाढ़ आ गई है. वासंदा के वांगन झरने भारी बारिश की वजह से 1200 पर्यटकों के फंसने से प्रशासन के हाथ पांव फूल गए.
भारी बारिश और बाढ़ वाले इलाके में फंसने की सूचना के बाद नवसारी पुलिस ने चार घंटे तक ऑपरेशन चलाकर सभी पर्यटकों को प्रभावित इलाकों से सुरक्षित बाहर निकाल लिया. 100 चार पहिया और 120 दोपहिया वाहनों को भी पुलिस और स्थानीय लोगों ने सुरक्षित निकालने में सभी की मदद की.
बीती रात भर हुई मूसलाधार बारिश के कारण गुजरात के वापी और वलसाड में भी भयंकर जलभराव देखने को मिला है. जलभराव की वजह से स्थानीय लोगों की दैनिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं. अधिकारियों ने बताया कि नवसारी में आपातकालीन बचाव अभियान चल रहा है, जहां लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं.
इन क्षेत्रों में बारिश का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात में अगल पांच दिनों तक गरज के साथ बारिश अनुमान है. प्रदेश के बनासकांठा, पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, अरावली, महिसागर, छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरूच, डांग, तापी और कच्छ जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है.
45 पंचायतों में आवागमन ठप
बता दें कि पिछले 24 घंटों में गुजरात के 172 तालुकाओं में बड़े पैमाने पर बारिश हुई. दक्षिण गुजरात के वलसाड जिले के वापी में सबसे अधिक 177 मिलीलीटर बारिश दर्ज की गई. दक्षिण गुजरात के कपराडा, पारडी, धरमपुर और उमरगांव तालुकाओं में भी बाढ़ आ गई, जिससे 45 प्रमुख पंचायत सड़कों पर आवागमन पूरी तरह से बंद है.
नवसारी के ये इलाके जलमग्न
नवसारी जिले में शुक्रवार देर रात से लगातार बारिश की वजह से लुंसीकुई, माछीवाड़, डिपो और टावर रोड की सड़कें जलमग्न हो गई हैं. गुजरात के 48 जलाशय अब पूरी क्षमता पर पहुंच गए हैं. इनमें से नौ जलाशय अपनी क्षमता के 90 से 100 प्रतिशत तक पहुंच गए है.
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