Sardar Sarovar Project: गुजरात के पूर्व सीएम सुरेश मेहता ने बीजेपी पर निशाना साधा है. सुरेश मेहता ने एक पुस्तक विमोचन के दौरान कहा कि, बीजेपी सरकार सरदार सरोवर परियोजना का राजनीतिक लाभ उठा रही है. उन्होंने आगे कहा कि, परियोजना प्रभावित परिवारों (पीएएफ) का पुनर्वास अभी भी अधूरा है. “राजनीतिक दलों ने अतीत में इस परियोजना का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए नहीं करने का फैसला किया था, भले ही सत्ता में कोई भी हो. अभी कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने परियोजना का श्रेय लिया."
प्रोफेसर हेमंत कुमार शाह द्वारा लिखित पुस्तक गुजरात खेत विकास परिषद द्वारा प्रकाशित की गई है. उन्होंने कहा, "ऐसे समय में जब नर्मदा का पानी लोगों तक पहुंचना बाकी है, चुनाव के दौरान इस परियोजना का दुरुपयोग किया जा रहा है." मेहता ने कहा कि राज्य सरकार परियोजना प्रभावित परिवारों के मुद्दे पर खामोश है.
"जब बांध अपने पूर्ण जलाशय स्तर तक पहुंच जाता है, तो अनुमान लगाया गया था कि 41000 पीएएफ होंगे. कोई इसकी सुध नहीं ले रहा है. अब तक 11,000 परिवारों को 200 विषम बस्तियों में बसाया जा चुका है. मेहता 1995-1996 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे और उन्होंने राज्य में बीजेपी सरकार का नेतृत्व किया. उन्होंने 2007 में पार्टी छोड़ दी और 2012 में पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल द्वारा स्थापित गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) में शामिल हो गए.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार प्रधानमंत्री की आलोचना करते हुए मेहता ने कहा कि, उनके पास आधिकारिक दस्तावेज हैं जो यह दिखाते हैं कि कैसे राज्य सरकार ने 2005 में कच्छ जिले में "शरदोत्सव" आयोजित करने के लिए "अवैध रूप से" धन एकत्र किया था. मेहता ने कहा, "इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के लिए मुफ्त बस की सवारी और भोजन के आयोजन पर पैसा खर्च किया गया था," उन्होंने कहा कि "पैसा इकट्ठा करने के लिए खोला गया बैंक खाता जिला कलेक्टर के नाम पर मौजूद है."
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