Gujarat News: गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात सरकार ने 12 सितंबर से राज्य भर में धरने पर बैठी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की वेतन वृद्धि की लंबे समय से लंबित मांग को स्वीकार कर लिया है. वघानी ने कहा कि 51,229 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मौजूदा वेतन को 7,800 रुपये का भुगतान किया गया था, अब उन्हें 2200 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 10,000 रुपये भुगतान किया जाएगा. यह निर्णय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के विभिन्न संघों की बैठक के बाद किया गया था. उन्होंने कहा कि मिनी आंगनबाडी केन्द्रों को भी आंगनबाडी केन्द्रों में अपग्रेड किया जाएगा.


इस तरह के हुए बदलाव


इसी तरह 51,229 आंगनवाड़ी सहायिकाओं का मासिक वेतन, जिन्हें 3,950 रुपये मासिक वेतन मिल रहा है, को बढ़ाकर 5,500 रुपये कर दिया गया है. गुजरात में कुल 53,029 आंगनवाड़ी केंद्र हैं, जिनमें से 1800 मिनी आंगनवाड़ी केंद्र हैं. मंत्री ने घोषणा की कि, "आंतरिक और आदिवासी क्षेत्रों में इन 1800 मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को 18.82 करोड़ रुपये की वार्षिक लागत से नियमित आंगनवाड़ी केंद्रों में अपग्रेड किया जाएगा." “वेतन में वृद्धि राज्य सरकार द्वारा पिछले 15 वर्षों में एक बड़ा निर्णय है. गुजरात आंगनवाड़ी कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष अरुण मेहता ने कहा कि पहले, 200, 300 या 700 रुपये की बढ़ोतरी हुई है."


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अन्य मांगों को भी सरकार ने मांगा


मेहता ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों को सुपरवाइजर के पद पर प्रोन्नत करने, मोबाइल फोन बदलने के साथ ही स्थानांतरण की अन्य मांगों को भी स्वीकार करने पर सहमति जताई है. आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की शिकायत रही है कि 2019 में उन्हें जो मोबाइल दिया गया वह अब काम नहीं कर रहा है. सरकार को अभी इस पर निर्णय लेना है कि इन्हें नए हैंडसेट से बदला जाए या उन्हें नकद दिया जाए जिससे वे खुद खरीद सकें.


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