Gujarat: गुजरात के 33,000 सरकारी स्कूलों में से, कच्छ के 100 स्कूलों सहित लगभग 700 प्राथमिक स्कूलों में सिर्फ एक टीचर है, जो सभी क्लासेज ले रहा है. सरकार ने कांग्रेस विधायकों द्वारा पूछे गए कई सवालों के जवाब में कहा कि कक्षा एक से आठवीं तक की शिक्षा देने वाले इन स्कूलों को केवल एक शिक्षक द्वारा संचालित किया जाता है. सरकार ने अपने जवाब में कहा कि गुजरात की राजधानी में भी एक टीचर के साथ नौ स्कूल चल रहे हैं, जबकि अहमदाबाद में यह संख्या चार है.
कांग्रेस नेताओं ने दिया यह बयान
सरकार के जवाब में कहा गया है सिर्फ खेड़ा और भावनगर एकमात्र ऐसे जिले हैं जहां एक भी ऐसे स्कूल नहीं हैं. आठ अन्य जिलों में केवल एक शिक्षक के साथ 10 से कम स्कूल हैं. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक शिक्षक से संचालित स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं, इसलिए जब छात्र दसवीं कक्षा में आते हैं, तो वे मुश्किल से पढ़-लिख पाते हैं. कांग्रेस के एक बयान में कहा गया है, एक शिक्षक, जो गणित या विज्ञान का शिक्षक हो सकता है, वह सामाजिक विज्ञान या अंग्रेजी पढ़ाएगा, जिससे वे परिचित नहीं हैं.
इन शहरों में है यह हाल
ऐसा नहीं कि ऐसे स्कूल सिर्फ ग्रामीण इलाकों में ही हैं. शहरी इलाकों में भी ऐसे स्कूल काफी संख्या में मौजूद हैं. सूरत में 43, अहमदाबाद में चार, वडोदरा में 38 और राजकोट के 16 स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक हैं. सिर्फ खेड़ा और भावनगर एकमात्र ऐसे जिले हैं जहां एक भी ऐसे स्कूल नहीं हैं. राज्य सरकार ने कहा कि सेवानिवृत्ति, मृत्यु और शिक्षकों के तबादले के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. सरकार ने कहा है कि जल्द से जल्द आवश्यक संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी.