Uttarakhand Helicopter Crash: कृति बारड और उसकी रिश्ते की बहन उर्वी बारड 14 अक्टूबर को गुजरात के भावनगर से उत्तराखंड के केदारनाथ के लिए तीर्थयात्रा पर रवाना हुईं थीं लेकिन चार दिन बाद मंगलवार को उनके परिवार के सदस्य उनके शव लाये जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. कृति (30), उर्वी (25) और पूर्वा रामानुज (26) भावनगर की रहने वाली थीं और उन सात व्यक्तियों में शामिल हैं जिनकी केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई. इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर के पायलट सहित सात व्यक्तियों की मौत हो गई. यह दुर्घटना उस समय हुई जब केदारनाथ मंदिर से तीर्थयात्रियों को लेकर गुप्तकाशी जा रहा एक हेलीकॉप्टर उत्तराखंड में एक पहाड़ी पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
कृति एक निजी कंपनी की कर्मचारी थी
कृति और उर्वी के परिवार के सदस्यों ने कहा कि कृति एक निजी कंपनी की कर्मचारी थी, वहीं उर्वी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी. उन्होंने बताया कि दोनों बहनें 14 अक्टूबर को केदारनाथ तीर्थयात्रा के लिए भावनगर से निकलीं थीं. पूर्वा रामानुज भावनगर जिले के सीहोर तालुका की रहने वाली थीं. गुजरात सरकार ने मंगलवार को तीन मृतक युवतियों में से प्रत्येक के परिजन को चार-चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की.
गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वाघानी ने किया ट्वीट
गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वाघानी ने ट्वीट किया, ‘‘भावनगर के मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है, जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं.’’ उन्होंने कहा कि मृतकों के शवों को गुजरात लाये जाने के लिए सरकार लगातार उत्तराखंड सरकार के संपर्क में है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सात लोगों में से तीन भावनगर जिले के हैं. उनकी पहचान कृति बारड, उर्वी बारड और पूर्वा रामानुज के रूप में हुई है.’’
सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने कही ये बात
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने ट्वीट किया, ‘‘कृति और उर्वी भावनगर शहर की निवासी थीं, जबकि पूर्वा रामानुज भावनगर जिले के सीहोर तालुका की थी.’’ देसाईनगर मोहल्ले में रहने वाली कृति और उर्वी 14 अक्टूबर को भावनगर से केदारनाथ की तीर्थयात्रा पर निकली थीं. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि टेलीविजन स्क्रीन पर हेलीकॉप्टर दुर्घटना की खबर आने के बाद कई लोग बारड के घर पहुंचे.
गोहिल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी और कांग्रेस के नेताओं ने भावनगर की बेटियों के शवों को वापस लाने के वास्ते आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अधिकारियों से बात की है.’’ आर्यन एविएशन द्वारा संचालित हेलीकॉप्टर बेल 407 (वीटी-आरपीएन) में रुद्रप्रयाग के गरुड़ चट्टी के देव दर्शनी में पूर्वाह्न करीब 11.45 बजे आग लग गई. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, उत्तराखंड और दिल्ली के आपदा मोचन बल और पुलिस की टीमें शवों को केदारनाथ हेलीपैड पर ले आईं.
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