Gujarat Ground Water level: केंद्र ने संसद को बताया कि गुजरात के तीन जिलों में पिछले एक दशक से हर साल भूजल स्तर में एक मीटर से ज्यादा की गिरावट देखी गई है. पिछले एक दशक में, कच्छ में भूजल स्तर में 12.43 मीटर, पंचमहल में 13.16 मीटर और साबरकांठा में 13.36 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है. लोकसभा सांसद लल्लू सिंह ने जानना चाहा कि क्या केंद्र भूजल के अनावश्यक दोहन को रोकने के लिए नई जल प्रबंधन नीतियां बना रहा है. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह सच है कि कुछ राज्यों में भूजल स्तर प्रति वर्ष एक मीटर की दर से कम हो रहा है.


क्या बोले केंद्रीय जल राज्य मंत्री?
अपने लिखित उत्तर में, केंद्रीय जल राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने कहा कि जल स्तर के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि लगभग 70 फीसदी कुओं में जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है जबकि लगभग 30 फीसदी कुओं में गिरावट दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय भूजल बोर्ड ने नवंबर 2021 के भूजल स्तर की तुलना देश के लिए नवंबर 2011 से नवंबर 2020 के दशक के औसत भूजल स्तर के साथ की है. मंत्री ने कहा, "तुलना से संकेत मिलता है कि 15 राज्यों के 41 जिलों में भूजल में औसत गिरावट प्रति वर्ष एक मीटर है."


गुजरात में कितने बड़े बांध हैं?
कुल 541 भारतीय बांधों में से, गुजरात में लगभग 21 बड़े बांध हैं. सामान्य तौर पर, गुजरात में बांध राज्य के विकास और गुजरात के लोगों की जीवन शैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. गुजरात की पांच प्रमुख बांध परियोजनाएं सरदार सरोवर, उकाई, दांतीवाड़ा, कड़ाना और धारोई बांध परियोजनाएं हैं. इन परियोजनाओं को राज्य भर में सिंचाई और पीने के लिए पानी का मुख्य स्रोत माना जाता है.


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