Gujarat Politics: सूरत (Surat) का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के मुखबिर (Whistleblower) दीपक सालुंके को बुधवार को अदालत में पेश करेगा, इस पेशी में एसओजी की टीम अदालत (Court) से उसका रिमांड (Remand) मांगेगी. सालुंके को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस को उसके पाकिस्तान हैंडलर (Pakistani Handler) से धन प्राप्त करने के सबूत मिले हैं.


इस संबंध में सूरत के पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने बताया कि डिंडोली निवासी दीपक सालुंके जून में पाकिस्तान स्थित आईएसआई हैंडलर के संपर्क में आया था. तब से वह उन्हें सेना की गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर रहा था. उन्होंने आगे बताया कि दीपक सालुंके ने भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के 15 सिम कार्ड भी पाकिस्तान भेजे थे.


सालुंके की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सैन्य खुफिया विभाग ने स्थानीय पुलिस को दी थी सूचना


गुजरात पुलिस की टीम दीपक सालुंके की संदिग्ध गतिविधियों की खुफिया विभाग से जानकारी मिलने पर, उस पर नजर रख रही थी. वहीं आरोपी के बैंक खाते के विवरण से पता चला कि उसने पाकिस्तान से 75 हजार रुपये प्राप्त किए थे. पुलिस ने बताया कि मुखबिर दीपक सालुंके के आका का नाम हामिद था. सालुंके पहले एक फैशन स्टोर चला रहा था, जहां उसे कोविड महामारी के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद उसने मनी ट्रांसफर का व्यवसाय शुरु किया था, इसी दौरान पाकिस्तानी हैंडलर ने उससे संपर्क किया.


आईएसआ के मुखबिर आरोपी को लेकर एसओजी के पुलिस इंस्पेक्टर ए.पी. चौधरी ने बताया कि, आरोपी को भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने और देश के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 


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