Gujarat HC: गुजरात हाईकोर्ट ने प्रतियोगी परीक्षा के दौरान मोबाइल फोन के साथ पकड़ी गई एक महिला को राहत दी है. दरअसल महिला गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (GSSSB) द्वारा आयोजित एक प्रतियोगी परीक्षा में महिला के पास से फ़ोन पकड़ा गया था. यह कार्रवाई तब की गई जब वह सीनियर क्लर्क पद के लिए एक परीक्षा देने आई थी.
क्या है पूरा मामला?
धारा जोशी को जीएसएसएसबी ने तीन साल के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने से रोक दिया था. हालांकि, अदालत ने बोर्ड के आदेश को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि उसके प्रति दया दिखाने की जरूरत है. जोशी कैंसर से पीड़ित अपनी बीमार मां की देखभाल कर रही है. यह कार्रवाई तब की गई जब वह सीनियर क्लर्क के पद के लिए एक परीक्षा में आई थी. निरीक्षण के दौरान, वह अपना मोबाइल फोन हॉल में ले गई. निरीक्षक ने मोबाइल बरामद कर उसे जब्त कर लिया.
अनजाने में अपना फोन हॉल तक ले आई
जोशी बोर्ड के सामने पेश हुई और कहा कि वह मोबाइल गलती से ले आई थी. उसने कहा कि उसकी मां कैंसर से पीड़ित थी और परीक्षा से दो दिन पहले उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी. मामले की सुनवाई के बाद, अदालत ने देखा कि सुनवाई में उसके द्वारा एक साफ-सुथरा स्पष्टीकरण दिया गया था. धारा ने कहा कि कैंसर से पीड़ित अपनी माँ की देखभाल के के चलते अनजाने में अपना फोन हॉल तक ले आई.