Gujarat Government School: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्य का मुख्यमंत्री रहने के दौरान की गयी पहलों पर गौर करना चाहिए और उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में लागू करना चाहिए. मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को दावा किया था कि गुजरात में 48,000 सरकारी स्कूलों में से 32,000 की हालत खराब है.
मांडविया ने मनीष सिसोदिया की आलोचना की
शिक्षा मंत्री का प्रभार संभालने वाले सिसोदिया ने कहा कि अगर आप सत्ता में आती है तो वह कई शहरों में प्रत्येक चार किलोमीटर के दायरे में सरकारी स्कूल बनाएंगे. सिसोदिया की आलोचना करते हुए मांडविया ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री हमेशा ‘सबका प्रयास’ के बारे में बात करते हैं. हम देश के हित में हर प्रयास की सराहना करते हैं. उनके द्वारा दो दशक पहले शुरू किए गए दो प्रयोगों का सिसोदिया को गुजरात के अपने दौरे के दौरान अध्ययन करना चाहिए तथा निश्चित तौर पर यह दिल्ली में काम करेगा.’’
मांडविया ने कहा कि दो पहलों 'शाला प्रवेश उत्सव' (स्कूल प्रवेश उत्सव) 'गुणोत्सव' (गुणवत्ता का त्योहार) से प्रवेश दर में सुधार, ड्रॉप-आउट अनुपात में कमी और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ.
क्या बोले थे मनीष सिसोदिया?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘गुजरात के लोग अपने बच्चों के लिए स्कूल बनवाने को लेकर दृढ़संकल्प हैं और चुनाव में उस राजनीतिक दल को वोट देंगे जो स्कूल बनाता है.’’ सिसोदिया ने दावा किया कि आप की एक टीम द्वारा किए गए स्कूलों के सर्वेक्षण के अनुसार, गुजरात के 48,000 सरकारी स्कूलों में से 32,000 स्कूल खराब स्थिति में हैं.
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