Rajkot Heart Attack Case: गुजरात में कम उम्र में अचानक हार्ट अटैक से मौत का सिलसिला जारी है. राजकोट में 33 साल के राजकुमार आहूजा की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है. युवक गीतगुजारी सोसायटी में रहता था. रात में अचानक युवक बेहोश हो गया. बेहोश होने के बाद राजुकमार को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया.
युवाओं की हार्ट अटैक से हो रही मौत
आजकल लोग 40 की उम्र में ही कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. पहले, ज्यादातर लोगों को 60 साल की उम्र में हृदय रोग का खतरा होता था. वहीं, ज्यादातर लोग 40 साल की उम्र में दिल के दौरे का शिकार होते हैं. पिछले कुछ सालों में 40 साल के एक्टर्स से लेकर आम इंसान तक हर कोई हार्ट अटैक का शिकार हुआ है. ज्यादातर लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण कम उम्र में ही मर रहे हैं. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि लोग 40 साल की उम्र में ही हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत में हार्ट अटैक के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं. 20 साल के लड़के और 30 साल की महिलाएं भी दिल के दौरे से मर रही हैं. हृदय रोग के कारण कई लोग आपातकालीन वार्ड में भर्ती होते हैं. यूरोपीय लोगों की तुलना में भारतीयों को समय से पहले दिल का दौरा पड़ता है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण खराब जीवनशैली और सोने का तरीका माना जाता है.
आज की पीढ़ी काफी तनाव में जी रही है. जिसके कारण उन्हें कम उम्र में ही डायबिटीज और मोटापे जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. जिसके कारण आए दिन युवा पीढ़ी हार्ट अटैक का शिकार हो रही है. जो बीमारियां 60 की उम्र में होती थीं वे 40 की उम्र में होती हैं, यह भारतीय समाज का कड़वा सच है और हमें समय रहते इसे ठीक करने की जरूरत है.