Flood In Gujarat: गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. निचले इलाकों में पानी भर गया है. लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने गुरुवार (25 जुलाई) को ट्रैक्टर से आणंद के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया.
गुजरात के मंत्री रुशिकेश पटेल का कहना है, ''भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. जलजनित बीमारी को फैलने से रोकने के लिए डॉक्टरों के साथ आरोग्य टीम वहां मौजूद है."
उन्होंने आगे कहा, ''कल 3 घंटे के अंदर करीब 13 इंच बारिश हुई और निचले इलाकों में पानी जमा हो गया है. यहां रेलवे का एक क्रॉसिंग वाटर वे है, जिसमें पानी निकलने की थोड़ी दिक्कत भी है. हम सभी मिलकर कोशिश कर रहे हैं कि वाटर वे से पानी निकल जाए.
उन्होंने ये भी कहा, ''साल 2005 में जब यहां पर बारिश हुई थी तो तीन इंच बारिश में पूरा पानी-पानी हो गया था लेकिन अभी 13 इंच के बारिश के बावजूद प्रशासन के प्रंशसनीय काम की वजह से एक ही लो लाइन एरिया में पानी जमा हुआ है. जलजनित बीमारी को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन ने ऑर्डर दे दिए हैं.
वडोदरा में भी बाढ़ से त्राहिमाम
उधर, गुजरात के वडोदरा का भी बुरा हाल है. यहां विश्वामित्री खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वडोदरा शहर और उसके आसपास निचले इलाकों में रहने वाले लगभग 3,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. सीएम भूपेन्द्र पटेल ने गुरुवार (25 जुलाई) को वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए से शहर और जिले में राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की है. वडोदरा शहर में करीब 355 मिमी बारिश हुई.
साबरकांठा में घर की दीवार गिरने से मां-बेटे की मौत
इस बीच न्यूज एजेंसी आईएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात के साबरकांठा जिले में भारी बारिश के चलते एक बड़ा हादसा हो गया. भारी बारिश के कारण कच्चे मकान की दीवार ढह जाने से मकान में सो रहे मां-बेटे की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक एक मां और उसका चार साल का बच्चा अपने कच्चे मकान में सो रहे थे, तभी रात में भारी बारिश की वजह से कच्चे मकान की दीवार उनके ऊपर गिर गई.
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