Gujarat Illegal Immigration: अमेरिका में अवैध अप्रवास से जुड़े मामलों की जांच कर रही पुलिस ने पाया है कि मानव तस्करों का एक साथी 37 परिवारों के पासपोर्ट के साथ गायब हो गया है, जिन परिवारों को तुर्की के इस्तांबुल में तस्करों ने बंदी बना लिया था. ये परिवार मैक्सिको जाने के लिए तुर्की गए थे, जहां से उन्हें अमेरिकी सीमा पार करनी थी. पुलिस के सूत्रों ने कहा कि अली खान के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति ने इस्तांबुल में तस्करों के एक समूह के साथ काम किया और उसने परिवारों से पासपोर्ट छीन लिए.


परिवारों से पैसे निकालने के लिए कर रहा दस्तावेजों का इस्तेमाल


गुजरात पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वह दस्तावेजों का इस्तेमाल परिवारों से पैसे निकालने के लिए कर रहा है. इन गुजराती परिवारों को इस्तांबुल में अलग-अलग किराए के अपार्टमेंट में ले जाया गया, तो खान तस्करों को रसद सहायता प्रदान कर रहा था. दस्तावेजों के साथ गायब होने के बाद, खान परिवारों से पैसे की मांग करने लगा. पुलिस के सूत्रों ने कहा कि जिन तस्करों ने परिवारों को तुर्की लाया था, उन्हें भी खान के ठिकाने के बारे में पता नहीं है. इन परिवारों को 10 से 20 जनवरी के बीच फ्लैटों में रखा गया था.


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अब परिवारों को बचाने की चुनौती कठिन


एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, गुजरात के दो अंगडिय़ों द्वारा मुहैया कराए गए पैसों से गुजराती परिवारों को फ्लैटों में हर तरह की विलासिता मिल रही थी. तो तुर्की माफिया ने उनसे और पैसे निकालने का फैसला किया, इस बीच, खान तस्वीर में आ गया. उसने प्रत्येक परिवार से 2,000 तुर्की लीरा (लगभग 10,000 रुपये) की मांग की. जब परिवार भुगतान करने में असमर्थ थे, तो वह पासपोर्ट के साथ गायब हो गया. अब, परिवारों को बचाने की चुनौती कठिन हो गई है क्योंकि उनके पास कोई यात्रा दस्तावेज नहीं है, पुलिस ने कहा कि अहमदाबाद, गांधीनगर और मेहसाणा के 118 गुजराती परिवार तुर्की में फंसे हुए हैं.


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