हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि हार्दिक पटेल ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि उन्हें डर था कि उनके खिलाफ दर्ज देशद्रोह के मामलों में उन्हें जेल जाना पड़ सकता है. ठाकोर ने यह दावा भी किया कि पटेल सत्ताधारी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
जगदीश ठाकोर ने ये दावे अहमदाबाद में हार्दिक पटेल की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के तुरंत बाद किए. हार्दिक ने आरोप लगाया कि पार्टी की राज्य इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद उन्हें कोई सार्थक काम नहीं दिया गया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी के पास कोई दूरदृष्टि नहीं है और इसकी राज्य इकाई “जाति-आधारित राजनीति” में लगी है.
गुजरात में विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले कांग्रेस से बुधवार को इस्तीफा देने वाले हार्दिक पटेल ने दावा किया कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का ध्यान अपने मोबाइल फोन में लगा रहता है और गुजरात कांग्रेस के नेता उनके लिये चिकन सैंडविच की व्यवस्था करने में लगे रहते हैं.
जगदीश ठाकोर ने किया पलटवार
जगदीश ठाकोर ने आरोप लगाया कि हार्दिक पटेल ने दिन में संवाददाता सम्मेलन के दौरान जो कुछ भी कहा और जो कुछ उनके त्याग पत्र में लिखा था उसका मजमून सत्तारूढ़ बीजेपी द्वारा तैयार किया गया था. उन्होंने दावा किया, “हार्दिक को डर था कि कांग्रेस में रहने पर उन्हें देशद्रोह के मामलों में जेल भी जाना पड़ सकता है. इसलिए संभावित सजा से खुद को बचाने के लिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया और वे बीजेपी में भी शामिल हो सकते हैं.”
हार्दिक पटेल के आरोपों का किया खंडन
कभी आरक्षण के लिए पाटीदार समुदाय के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पटेल गुजरात में लगभग 25 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. इनमें अहमदाबाद और सूरत में राजद्रोह के आरोप में दर्ज एक-एक प्राथमिकी शामिल हैं. कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद दरकिनार किए जाने और कोई महत्वपूर्ण काम नहीं दिए जाने के हार्दिक पटेल के आरोपों का खंडन करते हुए अल्पेश ठाकोर ने कहा कि पार्टी ने उन्हें हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में “स्टार प्रचारक” बनाया था.
जगदीश ठाकोर ने दावा किया, “सिर्फ इतना ही नहीं, उन्हें हेलीकॉप्टर और विमानों में यात्रा करने की सुविधा दी गई थी. राष्ट्रीय स्तर की पार्टी की प्रमुख बैठकों के दौरान उन्हें हमेशा महत्व दिया जाता था.” उन्होंने पटेल पर पिछले कुछ समय से बीजेपी के संपर्क में रहने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “पिछले एक महीने से वह जिस तरह (नेतृत्व के खिलाफ) बोल रहे थे, उससे उनके अगले कदम के संकेत मिल रहे थे. हम यह भी जानते थे कि वह बीजेपी के संपर्क में हैं. लेकिन हम इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि हमें विश्वास था कि वह जेल जाने के डर से इतनी आसानी से आत्मसमर्पण नहीं करेंगे.”