गुजरात के मोरबी का केबिल ब्रिज बना काल, अब तक 80 से अधिक की मौत, 15 फीट पानी में गिरे लोग
Gujarat News: मोरबी में हुए हादसे के बचाव कार्य के लिए भारतीय नौसेना स्टेशन वलसुरा ने बचाव अभियान के लिए 40 से अधिक कर्मियों की एक टीम भेजी है. इसके साथ ही सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है.
Gujarat Morbi Cable Bridge: गुजरात के मोरबी में केबल पुल टूटने लोगों के लिए काल बन गया. यहां पर सैर करने आए 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, इसके साथ ही कई लोगों के लापता होने की खबर भी है. रविवार की शाम करीब 6.30 बजे हुए इस हादसे के दौरान पुल टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए. जहां पर ये लोग गिर वहां पर करीब 15 फीट पानी थी, लोगों अपनी जिंदगी बचाने के लिए नदी के पानी में तैरते रहे. वहीं इस दर्दनाक हादसे में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है जिनकी स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है.
इस हादसे के बाद प्रशासन पूरी तरह से बचाव कार्य के लिए लगा हुआ है. वहीं जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (02822243300) जारी किया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंचे जहां पर केबल पुल गिरने से लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए. वहीं सीएम भूपेंद्र पटेल ने मोरबी सिविल अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की. सीएम ने मोरबी केबल पुल गिरने की घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. इसके साथ ही मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.
पिछले 6 महीने से बंद था
वहीं इस घटना के बाद राहत बचाव की टीम रेस्क्यू में लगी हुई हैं. इसके अलावा गुजरात के जामनगर में भारतीय नौसेना स्टेशन वलसुरा ने बचाव अभियान के लिए 40 से अधिक कर्मियों की एक टीम भेजी है, जिसमें समुद्री कमांडो और नाविक शामिल हैं जो अच्छे तैराक हैं. बता दें कि यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था जिसे हाल ही में आम लोगों के लिए खोला गया था. इस पुल की मरम्मत के लिए करीब 2 करोड़ रुपये की लागत लगी थी.
Morbi Cable Bridge Collapse: रेस्क्यू के लिए NDRF की तीन टीमें भेजी गई, अब तक 170 लोगों को बचाया गया