Gujarat Morbi Bridge Case: गुजरात में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर मोरबी पुल हादसे को लेकर बड़ा आरोप लगाया है और इस मामले में कई सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा, 'जब मैं मोरबी घटना स्थल पर पहुंचा, तो मुझे पता चला कि पुल गिरने के समय कोई पुलिस या एक कांस्टेबल भी नहीं था. बीजेपी की बैठक 4 किमी दूर हो रही थी, वहां पहुंचने में 10 मिनट लगते हैं, लेकिन दुर्घटना के बाद बैठक एक घंटे तक चली. मैं इसकी निंदा करता हूं.'


पीएम मोदी पर निशाना
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने अहमदाबाद में आगे पीएम मोदी पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'ये जो कहानी गढ़ी जाती है कि गुजरात में सारा विकास नरेंद्र मोदी ने कराया और मोदी ही गुजरात हैं ये बयान स्वयं उनके मुख से आया है....ये एक व्यक्ति के अहंकार का सबसे बड़ा प्रमाण है.'


कोर्ट ने लिया है संज्ञान
बता दें, गुजरात में मोरबी पुल हादसा मामले का हाई कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया है. गुजरात हाईकोर्ट ने 15 नवंबर को मोरबी पुल हादसे के मामले में पुल के रखरखाव के लिए जिस तरीके से ठेका दिया गया उसकी आलोचना की है. गुजरात हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, ऐसा लगता है कि इस संबंध में कोई टेंडर जारी किए बिना राज्य की उदारता दी गई थी. कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश अरविंद कुमार ने मुख्य सचिव से सवाल पूछा, उन्होंने पूछा कि, सार्वजनिक पुल के मरम्मत कार्य के लिए टेंडर क्यों नहीं जारी किए गए? और बोलियां क्यों नहीं आमंत्रित की गईं? कोर्ट ने मोरबी नगर पालिका को भी फटकार लगाई है.


हादसे में 135 लोगों की हुई थी मौत
गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में कुल 135 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में सैकड़ों लोग घायल हुए थे. इस हादसे के बाद गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है और कई गंभीर सवाल खड़े किए थे. गुजरात में इन दिनों चुनावी माहौल है. गुजरात में दो चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. गुजरात में तमाम पार्टियां मोरबी पुल हादसे को लेकर बीजेपी और गुजरात की सरकार पर हमलवर हो रही है. 


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