Gujarat: गुजरात समेत पूरे देश में मानव तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अब एक ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 24वीं बटालियन और पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में रविवार को आठ पीड़ितों को छुड़ाया, जिन्हें असम से गुजरात लाया गया था. पीड़ितों को मंगलवार को उनके परिवारों को सौंप दिया गया.
सभी आठ लोग असम से हैं
जिन आठ पीड़ितों को छुड़ाया गया है वो सभी असम के हैं. पुलिस ने बताया कि असम के बक्सा जिले के दरंगा कालीपुर इलाके की रहने वाली चार महिलाओं, एक पुरुष और तीन नाबालिगों को गिर सोमनाथ जिले के वेरावल ले जाया गया था. पुलिस ने कहा कि एक महिला मंजना के नेतृत्व में एक गिरोह उन्हें नौकरी दिलाने के बहाने गुजरात ले गया था. उसने पीड़ितों को धोखा दिया और उनका वेतन ले लिया.
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गिरोह द्वारा मोबाइल फोन छीन लिए गए थे
तामूलपुर पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी ने कहा, “वे एक कंपनी में कार्यरत थे, और उनके मोबाइल फोन गिरोह द्वारा छीन लिए गए थे. उन्हें भुगतान भी नहीं किया गया था.पीड़ित परिवार के सदस्यों ने तामुलपुर थाने में गिरोह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद एसएसबी ने पुलिस के सहयोग से पीड़ितों को बचाया. अधिकारी ने कहा कि गरीबी और शिक्षा की कमी दो प्रमुख कारण हैं जिसके कारण ये लोग तस्करी के रैकेट में आसानी से फंस जाते हैं. महामारी की स्थिति ने हालात को और खराब कर दिया है क्योंकि लोगों के पास कोई काम नहीं है.