Gujarat News: गुजरात में एक महीने में चौथे रेजिडेंट डॉक्टर ने की आत्महत्या, एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर दी जान
Gujarat News: अहमदाबाद में शारदाबेन अस्पताल में कार्यरत एक रेजिडेंट डॉक्टर ने अपने बाएं हाथ में एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली, एक महीने में रेजिडेंट डॉक्टर की यह चौथी आत्महत्या है.
Gujarat News: अहमदाबाद के सरसपुर इलाके में शारदाबेन अस्पताल में कार्यरत एक रेजिडेंट डॉक्टर ने गुरुवार सुबह अपने बाएं हाथ में एनेस्थीसिया की दवा का इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के सही कारण का पता नहीं चल पाया है. पीड़ित डॉक्टर पार्थ पटेल शारदाबेन अस्पताल के बॉयज हॉस्टल के कमरा नंबर 42 में रह रहा था.
क्या है पूरा मामला?
गुरुवार सुबह करीब 9 बजे जब उसका दोस्त कामेश पटेल उसे नाश्ते के लिए बुलाने गया तो उसने पार्थ को बेहोश पाया और उसके बिस्तर के पास एक एनेस्थीसिया इंजेक्शन की एक खाली शीशी थी. कामेश ने एक डॉक्टर को पार्थ के कमरे में बुलाया जिसने उसे मृत घोषित कर दिया. बाद में, अस्पताल के अधिकारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया और शहरकोटडा पुलिस में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया.
'हाल ही में दो डॉक्टरों की आत्महत्या से प्रभावित थे'
आपको बता दें कि एक महीने में रेजिडेंट डॉक्टर की यह चौथी आत्महत्या है. शहर पुलिस के एसीपी, डी डिवीजन हितेश धंधालिया ने कहा कि पार्थ एनएचएल मेडिकल कॉलेज में एमडी (बाल रोग) तृतीय वर्ष का छात्र था और शारदाबेन अस्पताल में तैनात था. वह गांधीनगर के लावरपुर पाटिया के रहने वाले थे. उनके पिता गांधीनगर में किसान हैं. शारदाबेन अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, पार्थ हाल ही में दो डॉक्टरों की आत्महत्या से प्रभावित थे.
इसी के साथ बीजे मेडिकल कॉलेज के एमडी मेडिसिन के छात्र 25 वर्षीय डॉ हार्दिक रैयानी, जिन्होंने 8 मार्च को अहमदाबाद के ढोलका तालुका के सैज गांव में एक तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली थी, पार्थ का करीबी दोस्त था. इसके अलावा एक डॉक्टर के मुताबिक पार्थ जयपुर की एक डॉक्टर अर्चना शर्मा की आत्महत्या से मौत से प्रभावित था और उसने उसकी तस्वीर को अपने व्हाट्सएप डिस्प्ले पिक्चर के रूप में रखा.
जब 8 मार्च को दो मेडिकल छात्रों ने की आत्महत्या
इससे पहले 8 मार्च को अमरेली जिले के राजुला तालुका के अगरिया-धुलिया गांव के रहने वाले 21 वर्षीय धर्मेश नाकुम नाम के एक एमबीबीएस छात्र ने वडनगर मेडिकल कॉलेज में लड़कों के अस्पताल की आठवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी और उसी दिन पालनपुर तालुका के मोरिया बनास मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के एक छात्र ने मेडिकल कॉलेज की इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली.