Morbi Cable Bridge Collapsed: रविवार शाम गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे में मरने वालों की संख्या अब तक 141 पहुंच गई है.  हालांकि अभी तक 170 लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया है. प्रत्यक्षदर्शियों उस खौफनाक मंजर को चाहकर भी नहीं भुला पा रहे हैं. हादसे का गवाह बने एक स्थानीय ने कहा कि मैंने कितने बच्चों की लाशों को अपने हाथों में उठाया मुझे खुद पता नहीं. खौफनाक मंजर को अपनी आंखों से देखने वाले एक चाय विक्रेता ने कहा कि लोग जुल्टो पुल पर हमेशा की तरह मौज मस्ती कर रहे थे अचानक यह पुल टूट गया.


लोग बस मर रहे थे, चंद सेकेंड में सब तबाह हो गया


उसने बताया कि चंद सेकेंड में सब कुछ तबाह हो गया. मैंने लोगों को पुल पर लटकते हुए देखा और थोड़ी देर बाद वे पानी में गिर गए और मौत की नींद सो गए. यह वाकई में डरावना और दिल दहलादेने वाला था. चाय विक्रेता ने बताया कि मरने वालों में एक 7 महीने की गर्भवती महिला भी थी. इस हादसे ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया है. पुल के पास हर रविवार को चाय बेचने वाले इस शख्स की आखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. उसकी आवाज में एक कंपन्न था. उसने कहा कि लोग बस मर रहे थे. मैंने जितना संभव हो सका उनकी मदद की उन्हें अस्पताल पहुंचाया. मैंने इस तरह का मंजर पहले कभी नहीं देखा था. रोते हुए उस चाय विक्रेता ने कहा,'पुल से एक छोटा बच्चा नीचे गिरा था. हमने उसे बचाने की कोशिश की. उसके पेट से हमने काफी पानी बाहर निकलवाया, हम खुश थे कि वह बच जाएगा, हम उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उसने मेरी ही आंखों के सामने दम तोड़ दिया. मैं पूरी तरह हिल गया.'


रात कब गुजरी, सुबह कब हुई पता नहीं



वहीं इस हादसे का गवाह बनी  एक महिला हसीना भेन उस दर्दनाक मंजर को बयान करते हुए कहा कि मुझे पता ही नहीं चला की सुबह कब हुई. मैं और मेरा परिवार पूरी रात लोगों को अस्पताल पहुंचाने में लगे रहे. हमने अपने दोनों वाहनों से लोगों को अस्पताल पहुंचाया. पूरा परिवार लोगों की मदद करने में लगा रहा. हसीना ने कहा, 'जब मृत बच्चों के शव मैंने अपने हाथों से उठाए तो मेरे हाथ कांप रहे थे. मैं उन्हें अस्पातल ले जाने का सोच रही थी, लेकिन उनमें कुछ नहीं बचा था. इस हादसे ने मुझे तोड़ दिया है. मैं इससे ज्यादा नहीं बोल सकती.' और बोलते-बोलते हसीना की आंखों में फिर से आंसू आ गए.


हादसे को लेकर आपराधिक मामला दर्ज


वहीं इस पूरे मामले को लेकर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि घटना के संबंध में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि आईजीपी रेंज के नेतृत्व में आज इस मामले की जांच शुरू हो गई है. संघवी ने कहा कि  नेवी, एनडीआरएफ समेत 200 से ज्यादा लोग पूरी रात राहत-बचाव कार्य में लगे रहे. अधिकारियों के अनुसार पुल गिरने के बाद माचू नदी में गिरे लोगों को बचाने के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना, एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड सहित टीमों ने रात भर तलाशी अभियान चलाया. हादसे के बाद सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्षभाई सांघवी,मंत्री बृजेशभाई मेराजा और राज्य मंत्री अरविंदभाई रैयानी आधी रात को घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य का जायजा लिया.


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