Gujarat News: निर्मला सीतारमण के केन्द्रीय बजट पेश करने के बाद वित्तीय वर्ष 2022-23 को बजट में भले ही साबुत अनाज को ब्रांड बनाकर साल 2023 को अनाज वर्ष घोषित किया गया हो लेकिन मौजूदा हालत में देश के 28 राज्यों में से गुजरात समेत केवल 3 राज्यों में 1.96 लाख टन मोटा अनाज उपलब्ध है इसके अलावा 28 राज्यों में सिर्फ दो अन्य राज्य में महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश शामिल हैं.
कुल 1.96 लाख टन मोटा अनाज उपलब्ध
बजट में 2023 को अनाज वर्ष के रूप में घोषित करने के बाद देखा गया कि देश में साबुत अनाज की स्थिति अभी तक तो ठीक नहीं है. खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनीकुमार चौबे ने यह जानकारी दी है कि इस वर्ष 16 जनवरी की स्थिति के अनुसार देश के केवल तीन राज्यों में भंडारण के रूप में उपलब्ध खाद्यानों में कुल 1.96 लाख टन अनाज मौजूद है. इसमें से गुजरात में 0.08 लाख टन, महाराष्ट्र में 1.61 लाख टन और मध्य प्रदेश में 0.27 लाख टन मौजूद है.
गुजरात में 4 जगहों पर साइलो निर्माण पर
16 जनवरी 2022 की स्थिति के मुताबिक देश में कुल भंडारण किया हुआ साबुत अनाज 1.96 लाख टन है. वहीं चावल की बात करें तो 2.4 करोड़ तो गेंहू 3.1 करोड़ है और धान 4.9 करोड़ है. गुजरात में 4 जगहों पर 50 हजार-50 हजार टन क्षमता के साइलो यानी अनाज को सुरक्षित रखने का स्थान निर्माण पर है. इनमें से इस साल 6 दिसंबर तक अमरेली में 31 दिसंबर तक वडोदरा में और अगले साल 30 जून तक संयुक्त तौर पर पालनपुर व सिद्धपुर में निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है.
मोटा अनाज में प्रमुख तौर पर मक्का को एमएसपी पर विभाग खरीद रहा है. विभाग ने खेड़ा, आणंद, अहमदाबाद, पंचमहाल, दाहोद जिलों से पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी चावल खरीदे हैं. धान से चावल निकालकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली में उपयोग करते हैं.
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