Gujarat Paper Leak: फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले की जांच कर रहे मेहसाणा पुलिस के अधिकारियों ने कहा है कि यह एक ही समुदाय के पांच लोगों द्वारा बनाई गई साजिश थी और एक ही गांव में रहते थे. घटना रविवार को मेहसाणा के उनावा गांव के एक स्कूल की बताई जा रही है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीन अन्य आरोपियों को भी प्राथमिकी में अनियमितताओं में शामिल पाए जाने के बाद आरोपित किया गया था.
ऐसे रचाई गई साजिश
मेहसाणा के एसपी पार्थराजसिंह गोहिल ने कहा कि साजिश स्कूली शिक्षक राजू चौधरी, साथी सुमित चौधरी और उम्मीदवार मौलिक चौधरी, मनीषा चौधरी और जगदीश चौधरी ने रची थी. प्रतापगढ़ गांव के रहने वाले पांचों आपस में परिचित थे. बाद में, तीन अन्य-अल्पेश पटेल, घनश्याम पटेल और रवि मकवारिया इसका हिस्सा बने. शनिवार को राजू, मौलिक, जगदीश और मनीषा सुमित से मिले. उन्हें बताया गया कि सर्वोदय स्कूल परीक्षा केंद्र के चपरासी घनश्याम पटेल योजना में उनकी मदद करेंगे.
इसके बाद आपस में बांटी फोटोकॉपी
रविवार सुबह करीब 9 बजे राजू और सुमित बाइक से स्कूल पहुंचे. सुमित सीधे स्कूल की छत पर गया और वहीं इंतजार करने लगा. दोपहर में जब परीक्षा शुरू हुई तो अल्पेश पटेल ने घनश्याम को कहा कि एब्सेंट परीक्षार्थी के प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर सुमित को भिजवा दें. सुमित ने फोटो मिलते ही एक खुरदुरी शीट पर पेपर हल किया. घनश्याम को शीट की पांच फोटोकॉपी मिली, एक फोटोकॉपी अल्पेश को दी गई जिसने मनीषा को दी. मौलिक और जगदीश पीने के पानी के बहाने परीक्षा हॉल से बाहर निकले और घनश्याम से शीट की फोटोकॉपी लेने के लिए मिले और साजिश को अंजाम दिया.
Gujarat Assembly: राज्य में 13,000 से अधिक सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर लैब की कमी: गुजरात सरकार