Hardik Patel Joins BJP:15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल होंगे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, 2 जून को लेंगे सदस्यता
Hardik Patel Joins BJP: पाटीदार नेता हार्दिक पटेल 2 जून को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे हालांकि अभी तक इस संदर्भ में बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
Gujarat News: पाटीदार नेता हार्दिक पटेल 2 जून को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे. मिली जानकारी के अनुसार राजधानी गांधीनगर स्थित बीजेपी कार्यालय में हार्दिक पटेल पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. हार्दिक पटेल, बीजेपी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. हार्दिक के साथ ही 15,000 कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल होंगे.
हार्दिक के चुनाव लड़ने का रास्ता हुआ साफ
लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस से नाराज होकर इस्तीफा देने वाले हार्दिक बीजेपी में शामिल होंगे. हालांकि अब कयासों पर विराम लग गया है. हालांकि अभी तक इस संदर्भ में बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. उधर, पाटीदार आंदोलन के दौरान उनके खिलाफ चल रहे मामले को लेकर हार्दिक को कोर्ट ने राहत दी थी. ऐसे में हार्दिक के चुनाव लड़ने का रास्ता भी साफ हो गया है.
हार्दिक ने 18 मई 2022 को दिया था कांग्रेस से इस्तीफा
बता दें कि हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह 11 जुलाई 2020 को कांग्रेस में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किए गए थे. लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं थे. इस्तीफा देते हुए हार्दिक ने कहा था कि उनको पार्टी में स्वतंत्र रूप से फैसला लेने का अधिकार नहीं है. इसके अलावा भी उन्होंने कई चीजों को लेकर आपत्ति जाहिर की थी. जिससे खफा होकर उन्होने 18 मई 2022 को हाथ का साथ छोड़ दिया था. वहीं विधानसभा चुनाव से पहले हार्दिक पटेल का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए करारे झटके से कम नहीं है.
सोनिया गांधी को लिखे पत्र में हार्दिक पटेल ने खड़े किए थे कई सवाल
हार्दिक पटेल ने इस्तीफा देते समय आलाकमान पर भी जमकर निशाना साधा था. उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में पार्टी को लेकर कई बातों कही थी. उन्होंने लिखा था कांग्रेस पार्टी अब सिर्फ विरोध की राजनीति तक ही सीमित रह गई है. जनता के विकास के लिए कुछ नहीं सोचा जा रहा है. पटेल ने अपने पत्र में लिखा था कि अयोध्या में राम मंदिर से लेकर सीएए-एनआरसी मुद्दे हों या जम्मू कश्मीर से धारा 320 हाटाना हो, कांग्रेस ने इन्हें लेकर सिर्फ विरोध ही किया लेकिन समाधान के लिए कुछ नहीं किया. कांग्रेस का रवैया सिर्फ केंद्र सरकार का विरोध करना ही रह गया है.
ये भी पढ़ें