(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajkot News: राजकोट में बीजेपी के दो 'बाहुबली नेताओं' के बीच क्यों छिड़ी सियासी जंग? जानें- पूरा मामला
Gujarat Election 2022: गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है. इस दौरान टिकट को लेकर बीजेपी के दो नेताओं के बीच सियासी जंग छिड़ गई है. जानिए क्या है पूरा मामला.
Gujarat Gondal Assembly Constituency: गुजरात के गोंडल विधानसभा क्षेत्र से अपने बेटों को टिकट दिलाने के लिए राजपूत समुदाय के दो 'बाहुबली नेताओं' के बीच सियासी जंग छिड़ गई है. हालांकि, इस लड़ाई ने राजकोट जिले के राजनेताओं को दो बाहुबलियों के बीच राजनीतिक रस्साकशी के बारे में चिंतित कर दिया है जो लंबे संघर्ष के बाद तय किए गए सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ सकता है. बीजेपी के पूर्व विधायक जयराजसिंह जडेजा चाहते हैं कि पार्टी इस बार उनकी पत्नी गायत्रीबा के बजाय उनके बेटे गणेशसिंह को उम्मीदवार बनाए, जो गोंडल सीट से मौजूदा विधायक हैं. जबकि एक अन्य बाहुबली अनिरुद्धसिंह जडेजा चाहते हैं कि बीजेपी या तो उनके बेटे राजदीप सिंह या उनकी पसंद के उम्मीदवार को उसी सीट से उम्मीदवार बनाए.
क्या कहते हैं सूत्र?
जयराजसिंह जडेजा को 2004 के नीलेश रायानी की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था और अनिरुद्धसिंह जडेजा को कांग्रेस पार्टी के मौजूदा विधायक पोपटलाल सोरथिया की 1998 की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था. राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि दोनों को सत्ता के बड़े दलाल और भूमि विवादों में अनौपचारिक मध्यस्थ माना जाता है. 1998 के विधानसभा चुनावों में जयराजसिंह के अनिरुद्धसिंह के पिता महिपतसिंह जडेजा को हराने के बाद दो जडेजा परिवारों के बीच राजनीतिक युद्ध छिड़ गया.
बीजेपी की टिकट पर लड़ा था चुनाव
जयराजसिंह ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और महिपतसिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे. महिपतसिंह 1990 और 1995 में निर्दलीय विधायक के रूप में निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक रहे हैं. जयराजसिंह ने 1998, 2002 और 2012 तक सीट का प्रतिनिधित्व किया, 2017 में उनकी पत्नी गायत्रीबा बीजेपी के चुनाव चिह्न् पर विधानसभा सीट के लिए चुनी गईं. गोंडल विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,35,000 मतदाता, एक लाख पाटीदार मतदाता, 10,000 क्षत्रिय राजपूत और शेष 1,20,000 अन्य समुदाय हैं.
क्या बोले मनसुख खाचरिया?
राजकोट जिला बीजेपी समिति के अध्यक्ष मनसुख खाचरिया ने कहा, "स्थानीय नेताओं के लिए यह मुश्किल हो जाता है, जब दौड़ में दो बाहुबली होते हैं, लेकिन एक जिला बीजेपी समिति के रूप में हमारा काम केवल उम्मीदवार को अंतिम रूप देने के लिए संसदीय बोर्ड को इच्छुक उम्मीदवारों का एक पैनल भेजना है. लेकिन जब कोई संवेदनशील मामला आएगा, तब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन किया जाएगा."
राजकोट जिला कांग्रेस कमेटी के अर्जुन खतारिया ने कहा, "दोनों परिवार बीजेपी के टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं, अगर दोनों में से कोई भी टिकट पाने में विफल रहता है और यदि उम्मीदवार का अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है, तो ऐसे उम्मीदवारों के लिए कांग्रेस के द्वार हमेशा खुले हैं."
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