Gujarat Rain News: गुजरात में पिछले दो हफ्तों में मौसम की औसत वर्षा का 51 फीसदी प्राप्त हुआ है, जो 2015 के बाद से इस अवधि में सबसे अधिक है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार राज्य में पहले ही इस मानसून सीजन में औसतन 85 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है.अकेले पिछले पांच दिनों में, राज्य में औसत वर्षा के मुकाबले प्राप्त वर्षा की हिस्सेदारी में 23 फीसदी की वृद्धि हुई है. ये आंकड़ें 9 जुलाई को 27.69 फीसदी (235.44 मिमी) से गुरुवार को 50.98 फीसदी (433.35 मिमी) तक पहुंच गई है.
गुजरात में औसत से अधिक हुई बारिश
इस अतिरिक्त बारिश वर्षा की घटना पर संपर्क करने पर, आईएमडी के क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “लंबे पूर्वानुमान में यह भविष्यवाणी की गई थी कि इस मानसून के मौसम में गुजरात में काफी अच्छी वर्षा होगी और जुलाई के महीने में अतिरिक्त वर्षा होगी."
गुजरात में जुलाई में अच्छी होती है बारिश
गुजरात में अपने निर्धारित आगमन से दो दिन पहले 13 जून को दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के बावजूद, 30 जून तक राज्य में बमुश्किल 7.5 फीसदी वर्षा के साथ जून का अधिकांश महीना शुष्क रहा. आम तौर पर, जुलाई में लगातार सिस्टम विकसित होते हैं जिसके परिणामस्वरूप जून में बारिश नहीं होती है और जुलाई में अच्छी बारिश होती है.
कई इलाकों में रेड अलर्ट
1 जून से 14 जुलाई तक राज्य में 85 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई, दो जिलों गांधीनगर और दाहोद को छोड़कर शेष सभी में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, गुजरात में 17 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने दक्षिण में सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिलों और सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में भावनगर, गिर सोमनाथ और जूनागढ़ जिलों के लिए शुक्रवार सुबह तक रेड अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा, ऑरेंज अलर्ट के तहत जिले भरूच, नर्मदा, छोटा उदयपुर और वडोदरा के साथ अमरेली और पोरबंदर हैं.
ये भी पढ़ें: