Gujarat Politics: पाटीदार नेता नरेश पटेल ने प्रशांत किशोर से की मुलाकात, कांग्रेस में शामिल होने से किया इनकार
Ahmedabad News: नरेश पटेल ने शनिवार को कहा कि उन्होंने शुक्रवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी, हालांकि उन्होंने अगले माह उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबरों से इंकार कर दिया.
Gujarat Election News: गुजरात के प्रभावशाली पाटीदार नेता नरेश पटेल ने शनिवार को कहा कि उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात की थी. हालांकि, गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले वह किस राजनीतिक दल में शामिल हो सकते हैं, इसे लेकर उन्होंने अंतिम फैसला नहीं किया है.
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को दिया नरेश को पार्टी में शामिल करने का सुझाव
नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच पाटीदार नेता ने कहा कि श्री खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट द्वारा जनता के बीच एक सर्वेक्षण कराया जा रहा है, जिसके आधार पर वह फैसला करेंगे कि किस पार्टी के साथ जुड़ना है. नरेश पटेल श्री खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख हैं. पटेल का कहना है कि उन्होंने कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी तीनों दलों के नेताओं ने मुलाकात की है. सूत्रों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व को दिसंबर में प्रस्तावित गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने का सुझाव दिया है.
उल्लेखनीय है कि पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एवं गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने हाल में नरेश पटेल को कांग्रेस में शामिल करने में हो रही 'देरी' पर सवाल उठाया था. गुजरात में पाटीदार समुदाय की आबादी 11-12 प्रतिशत है जो राज्य में कई विधानसभा सीटों के परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं.
कांग्रेस में शामिल होने से किया इंकार
राजकोट हवाई अड्डे पर उतरने के बाद पटेल ने संवाददातओं कहा, 'मैं कल (शुक्रवार) दिल्ली में एक वैवाहिक समारोह में शरीक हुआ, जहां कई दलों के नेताओं से मुलाकात हुई. मैं खासतौर पर किसी का नाम नहीं लूंगा. मैं इस तथ्य से भी इनकार नहीं करता कि मैंने प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की. शादी समारोह में मैंने उनसे मुलाकात की लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं 2 मई को कांग्रेस में शामिल होने जा रहा हूं.' उन्होंने कहा कि शादी समारोह में नेताओं से हुई मुलाकात आधिकारिक नहीं बल्कि अनौपचारिक थी.
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