Gujarat Stray Dog: गुजरात में आवारा कुत्तों का आतंक, एक साल में काटने के इतने मामले आए सामने, आंकड़े कर देंगे परेशान
Gujarat Dogs: गुजरात में इस साल 1 जनवरी से 30 नवंबर के बीच कुत्तों ने 1,44,855 लोगों को काटा है. ये आंकड़ें केंद्र सरकार ने दिए हैं. कुत्ते के काटने से रेबीज होता है, जानिए इसके लक्षण क्या होते हैं.
Gujarat Dogs: पिछले चार वर्षों में कुत्ते के काटने की घटनाओं में भारी कमी के बावजूद, औसतन 433 लोग राज्य में हर दिन कुत्तों द्वारा काटे जाते हैं, केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह एक सत्र के दौरान संसद को सूचित किया. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 1 जनवरी से 30 नवंबर के बीच, गुजरात में कुत्तों ने 1,44,855 लोगों को काटा, यानी रोजाना औसतन 433 लोगों को कुत्ते ने काटा. हालांकि, पिछले चार वर्षों में कुत्ते के काटने के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है. 2019 में, कुत्ते के काटने के कुल मामलों की संख्या 4,80,424 थी - हर दिन औसतन 1,316 लोगों को कुत्तों ने काटा था.
गुजरात में कुत्तों के काटने के आंकड़ें
कुत्ते के काटने के मामलों की संख्या 2020 में घटकर 4,31,425 हो गई, जो 2021 में और गिरकर 1,92,364 हो गई. यह आंकड़ा अब घटकर 1,44,855 रह गया है. इस मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, भारती पवार ने एक लिखित उत्तर में कहा, "भारत सरकार ने पशु जन्म नियंत्रण (कुत्ते) नियम, 2001 (2010 में संशोधित) को लागू किया है जो आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय प्राधिकरण द्वारा लागू किया जाना है. नियमों का मुख्य फोकस जनसंख्या स्थिरीकरण के साधन के रूप में आवारा कुत्तों के एंटी-रेबीज टीकाकरण और आवारा कुत्तों की नसबंदी पर है."
क्या होता है रेबीज?
रेबीज एक घातक वायरस है जो संक्रमित जानवरों की लार से लोगों में फैलता है. रेबीज वायरस आमतौर पर काटने से फैलता है. विकासशील देशों में, आवारा कुत्ते लोगों में रेबीज फैलाने की सबसे अधिक संभावना रखते हैं. अगर आपको किसी कुत्ते ने काटा है तो आपको तुरंत रेबीज का टीका लेना होगा, इस मामले में लापरवाही और देरी करने से आपकी जान भी जा सकती है. जानिए रेबीज के क्या लक्षण होते हैं.
रेबीज के लक्षण
रेबीज के पहले लक्षण फ्लू के समान ही हो सकते हैं और कई दिनों तक रह सकते हैं. बाद के संकेतों और लक्षणों में आपको बुखार, सिरदर्द, मतली, उल्टी, चिंता, निगलने में कठिनाई, अत्यधिक लार आना, पानी निगलने में कठिनाई के कारण तरल पदार्थ पीने के प्रयास से भय उत्पन्न होना, नींद नहीं आना आदि जैसे कई लक्षण हो सकते हैं. कुत्ते के काटने के चरण बाद आपको डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए.