Fake PMO Officer Real Story: पीएमओ में 'अतिरिक्त निदेशक' होने का दावा करते हुए किरण पटेल (Kiren Patel) ने जेड प्लस सुरक्षा के साथ नियंत्रण रेखा के पास संवेदनशील क्षेत्रों का कथित तौर पर दौरा किया. नवंबर के बाद चौथी बार दौरे के दौरान उन्हें श्रीनगर पुलिस (Srinagar Police)ने गिरफ्तार कर लिया.
अफसरों को देता था ट्रांसफर की धमकी
4 महीने तक हाई प्रोफाइल सुविधाओं का आनंद लेने वाले ठग ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में अतिरिक्त निदेशक (रणनीति और अभियान) के रूप में पेश किया था. इसके बाद वह पूरे सुरक्षा कवर और चार एस्कॉर्ट वाहनों के साथ बुलेटप्रूफ स्कॉर्पियो में राज्यभर का दौरा करता रहा. इतना ही नहीं इस दौरान वह कई वरिष्ठ अधिकारियों को अपना काम ठीक से नहीं करने पर डांट भी लगाता रहा. यहां तक कि काम ठीक से नहीं करने पर तबादले की धमकी भी दी.
VVIP सुविधाओं का लेता रहा आनंद
इस दौरान उसने कई आईएएस अधिकारियों सहित जम्मू-कश्मीर पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को धोखा दिया. उन्होंने कथित तौर पर पूर्ण सुरक्षा कवर के तहत नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास उड़ी के रणनीतिक रूप से संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा भी किया और श्रीनगर के पॉश गुपकार रोड स्थित ललित ग्रैंड पैलेस होटल में ठहरने के साथ-साथ कश्मीर के सरकारी मेहमानवाजी के मजे लेता रहा.
ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
दिलचस्प बात यह है कि पटेल ने अपनी सभी यात्राओं के दौरान अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने सुरक्षा कवच के साथ अपनी 'वीवीआईपी यात्राओं' की रील और तस्वीरें पोस्ट की. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बडगाम के उपायुक्त सैयद फखरुद्दीन हामिद को सबसे पहले पटेल पर संदेह हुआ. इसके बाद उन्होंने अपने वरिष्ठों अधिकारियों को सतर्क कर दिया और आखिरकार उनका मुखौटा उतर ही गया. इसके बाद पटेल को 2 मार्च को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह नवंबर 2022 के बाद अपने चौथे दौरे पर श्रीनगर पहुंचा था. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि पटेल को ललित ग्रैंड पैलेस में चेक-इन करने की सूचना मिलने के तत्काल बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद जब उनसे पूछताछ की गई तो जवाब संदिग्ध पाए जाने पर उसे निशात पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
ठग के सभी दावे निकले फर्जी
सूत्र के मुताबिक बुलेटप्रूफ कार में खुद को PMO का अतिरिक्त निदेशक बताने वाले किरण पटेल के पास से सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए. उसके पास एक फर्जी सरकारी आईडी, फर्जी विजिटिंग कार्ड पाए गए. इसके साथ ही उसका US Phd का दावा भी फर्जी निकला. पुलिस के मुताबिक, उसके पास से 10 फर्जी विजिटिंग कार्ड और दो मोबाइल बरामद किए गए हैं.
ठग निकला गुजरात का किरण भाई पटेल
ठग के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मुताबिक गुजरात निवासी किरण भाई पटेल आपराधिक इरादे से कश्मीर घाटी में जालसाजी की गतिविधियों को अंजाम दिया. उसने अपने इरादे को अंजाम क पहुंचाने के लिए उच्च स्तर के जाली साधनों का इस्तेमाल कर खुद को भारत के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में पेश किया. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि पटेल के खिलाफ गुजरात के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में तीन मामले दर्ज हैं.
LG कार्यालय ने दिए जांच के आदेश
इस मामले का खुलासा होने के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के कार्यालय ने सुरक्षा उल्लंघन की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. अधिकारियों से यह भी सवाल किया जा रहा है कि कैसे जम्मू-कश्मीर पुलिस की सुरक्षा शाखा ने एक व्यक्ति को उसकी साख की पूरी तरह से जांच किए बिना सुरक्षा कवच प्रदान कर दिया.
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