Tribals of Gujarat: हिंदू मोर्चा की सहयोगी संस्था, जनजाती (आदिवासी) सुरक्षा गुजरात ने गिधमाड़ी आया मंदिर का कब्जा वापस दिलाने के लिए जिला प्रशासन से हस्तक्षेप करने की मांग की है. यह मंदिर जिले के अंबा समूह ग्राम पंचायत में नाना बांधरपाड़ा पहाड़ियों पर स्थित है. आदिवासियों ने यह आरोप लगाया गया है कि ईसाइयों ने अवैध रूप से मंदिर पर कब्जा कर लिया है और आदिवासी रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा करने से मना कर रहे हैं.
क्या बोले सोनगढ़ पुलिस निरीक्षक?
सोनगढ़ पुलिस निरीक्षक एन.एस. चौहान ने मीडिया से कहा कि, एक अक्टूबर को हिंदू पुजारी गिधमाड़ी आया मंदिर में पूजा करने गए थे, लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. जिसके बाद एक पुलिस टीम को यह सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया कि कानून और व्यवस्था का उल्लंघन न हो. फिर दोनों पक्षों को शांत कराया गया.
जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
इस घटनाक्रम के बाद गुरुवार को जनजाति सुरक्षा गुजरात प्रांत के अध्यक्ष दिनेश गामित ने आदिवासी नेताओं और पुजारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा और ईसाइयों का कब्जा खाली कराने में उनके हस्तक्षेप की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया है कि ईसाइयों ने मंदिर का नाम बदल दिया है और अब इसे मरियम मंदिर कह रहे हैं. उन्होंने मंदिर में क्रिश्चियन क्रॉस भी लगाया है.
प्रशासन को दी ये धमकी
गामित ने धमकी दी है कि रविवार (9 अक्टूबर) को आदिवासियों और पुजारियों के साथ एक बार फिर मंदिर में पूजा करने का प्रयास करेंगे. यह सुनिश्चित करना पुलिस और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि कानून और व्यवस्था बनी रहे, और जनजातियों को गिधमाड़ी आया मंदिर में उनके अनुष्ठानों के अनुसार पूजा करने की अनुमति दी जाए. उन्होंने धमकी दी कि अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी.
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