Tapi River: गुजरात के तापी नदी में उकाई बांध से मंगलवार को करीब 1.88 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. बांध अधिकारियों ने कहा कि उन्हें पानी छोड़ना पड़ा क्योंकि हाल के हफ्तों में पानी के प्रवाह में वृद्धि के कारण बांध में जलस्तर 1 जुलाई को 315 फीट से बढ़कर 19 जुलाई को 332.46 फीट हो गया था. बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण सूरत में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी भी शुरू कर दी है. तापी और सूरत के जिला कलेक्टरों ने नागरिकों को स्थिति के बारे में सचेत किया है.
लोगों को घबराने की जरुरत नहीं
लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. लोगों से भी कहा गया है कि वे नदी के पास न जाएं. सूरत के जिला कलेक्टर आयुष ओक ने कहा, “हमने जनता के लिए डुमास बीच, सुवली बीच और वियर-कम-कॉजवे को बंद कर दिया है. मंगलवार दोपहर को एक उच्च ज्वार की उम्मीद है, इसलिए समुद्र तटों को बंद कर दिया गया है. नदी में जलस्तर बढ़ने से चिंता की कोई बात नहीं है.'
क्या बोले उकाई बांध के अधीक्षक अभियंता?
उकाई बांध के अधीक्षक अभियंता एचआर महाकाल ने कहा, “मध्य प्रदेश से भारी पानी आने के कारण हमने भारी मात्रा में पानी छोड़ना शुरू कर दिया है. हम बिजली उत्पादन के लिए भी पानी का उपयोग कर रहे हैं. उकाई बांध की कुल भंडारण क्षमता 5,338.30 मिलियन क्यूबिक मीटर है. बांध का लगभग 80 फीसदी जलग्रहण क्षेत्र महाराष्ट्र में, 17 फीसदी मध्य प्रदेश में और केवल 3 फीसदी गुजरात में है.
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