Gujarat Politics: गुजरात में असंगठित श्रमिक संघ ने महिलाओं और दलितों से बीजेपी के खिलाफ मतदान करने का किया आह्वान, जानें वजह
Gujarat Election 2022: गुजरात में असंगठित श्रमिक संघ ने दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और पिछड़ों से बीजेपी के खिलाफ वोट करने का आह्वान किया है. इस दौरान उदित राज ने पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा.
Gujarat Unorganized Labor Union: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कामदार कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जिसे असंगठित श्रमिक और कर्मचारी कांग्रेस (यूडब्ल्यूईसी) के रूप में भी जाना जाता है, उदित राज ने रविवार को दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और पिछड़ों से आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों में संविधान, नौकरी और आरक्षण बचाने के लिए बीजेपी के खिलाफ मतदान करने का आह्वान किया. अहमदाबाद में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज ने कहा, "मैं सभी दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और पिछड़ों से अनुरोध करूंगा कि ये आगामी चुनाव संविधान, नौकरियों, आरक्षण को बचाने के लिए कराए जाएं..."
पीएम मोदी को लेकर कही ये बात
राज ने कहा, “अगर इस देश में श्रम का कोई सबसे बड़ा दुश्मन है, तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. जब मोदी इस राज्य के मुख्यमंत्री बने, तो पहली बार यहां 'ठेकेदारी प्रथा' और आउटसोर्सिंग प्रणाली लागू की गई थी. एक समय था जब 13-14 फीसदी लोग संगठित क्षेत्र में थे, अब केवल 6-7 फीसदी ही बचे हैं. इस देश में सबसे बड़ी समस्या असंगठित क्षेत्र की है, जो इस देश में 94 फीसदी है. अगर हम सरकार द्वारा दिए गए नंबरों पर जाएं, तो लगभग 50 फीसदी मतदाता असंगठित क्षेत्र में हैं.” राज ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर देश में संविधान को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उस पर हमला भी बोला है.
यूडब्ल्यूईसी के अध्यक्ष ने कही ये बात
यूडब्ल्यूईसी के अध्यक्ष अशोक पंजाबी, जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी मौजूद थे, ने कहा, “मजदूरों के खर्चों को ध्यान में रखते हुए, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम है जिसे हर पांच साल में नवीनीकृत और उन्नत किया जाता है. यह 2019 में था, अब 2022 है…..और अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.”
ये भी पढ़ें: