Vector Borne Disease in Gujarat: जैसे-जैसे गुजरात में मानसून आगे बढ़ रहा है वैसे ही वेक्टर जनित बीमारियों के मामले भी बढ़ रहे हैं. गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सितंबर और अक्टूबर के बाद के महीनों में इसके और बढ़ने की संभावना है. इस बीच, अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) एक 48 वर्षीय बिल्डर की मेडिकल डेथ ऑडिट कर रहा है, जिसकी 10 अगस्त को डेंगू रक्तस्रावी बुखार से मृत्यु होने का संदेह है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, एएमसी के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अहमदाबाद शहर में वेक्टर जनित बीमारियां महीने के हिसाब से बढ़ रही हैं, लेकिन 2019 की तुलना में कम है.


बिल्डर की मौत की हो रही है जांच
एएमसी अधिकारी ने कहा, “अहमदाबाद शहर में अब तक डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन 10 अगस्त को जिस मरीज की मौत हुई है, ऐसा लगता है कि उसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार था, हालांकि एक मेडिकल डेथ ऑडिट चल रहा है. रोगी को मधुमेह भी था.” एएमसी में स्वास्थ्य के चिकित्सा अधिकारी डॉ. भाविन सोलंकी ने कहा, एक से अधिक बीमारी वाले व्यक्तियों में जटिलताओं के विकसित होने का अधिक जोखिम होता है. लक्षणों की शुरुआत के पहले दिन से आराम और तरल पदार्थ का सेवन जरूरी है."


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क्या बोले डॉ. महर्षि देसाई
अपोलो अस्पताल, अहमदाबाद में सामान्य चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. महर्षि देसाई ने कहा कि इस साल निजी अस्पताल में मुख्य रूप से वेक्टर जनित मामलों में मलेरिया और डेंगू के मामले देखे जा रहे हैं. “डेंगू के अधिकांश मामले गैर-घातक होते हैं, जबकि एक से दो प्रतिशत मामले घातक हो सकते हैं. कुल पॉजिटिव डेंगू मामलों के मामले में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम है. इसलिए लक्षणों के पहले दिन से ही, हमें सावधानी बरतनी चाहिए.


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