Gujarat Assembly Election: पंजाब में अपनी सरकार बनाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के हौंसले काफी बुलंद हैं. आम आदमी पार्टी और सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियों को और तेज कर दिया है. सीएम केजरीवाल के सामने इस वक्त सबसे बड़ी चुनौती पीएम मोदी के 'होम टाउन' में बीजेपी को चुनौती देना है. पीएम मोदी के होम टाउन में बीजेपी को कैसे चुनौती देना है इसी की कोशिशों में आप और सीएम केजरीवाल जुटे हुए हैं.
गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले ही सीएम केजरीवाल ने बीजेपी और और अन्य पार्टियों को घेरना भी शुरू कर दिया है. सीएम केजरीवाल आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं, और लगातार गुजरात का दौरा कर जनता से रूबरू हो रहे हैं.
एक अगस्त को गुजरात आएंगे केजरीवाल
मिली जानकारी ने अनुसार सीएम केजरीवल एक अगस्त को फिर से अपने गुजरात दौरे पर आएंगे. यहां आपको बता दें, सीएम केजरीबाल अगले महीने के पहले 10 दिन में से चार दिन गुजरात में ही बिताएंगे. इससे पहले सीएम केजरीवाल ने सोमनाथ मंदिर में दर्शन कर शराब कांड के पीड़ितों के लिए प्राथनाएं भी की थी. इसके बाद राजकोट में व्यापारियों के साथ एक बैठक कर उनके सवालों को सुना था. आप के संयोजक केजरीवाल अगले महीने यानी अगस्त की पहली तारीख (एक अगस्त) को सोमनाथ में एक जनसभा का आयोजन करेंगे. सीएम केजरीवाल अगस्त महीने की तीन, सात और 10 तारीख को भी गुजरात के दौरे पर रहेंगे.
'हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त'
सीएम केजरीवाल ने अभी हाल ही में गुजरात में हुए जहरीली शराब कांड को लेकर बीजेपी को जमकर घेरा था और कई बड़े आरोप लगाए थे. सीएम केजरीवाल ने बोटाड के अस्पतालों में जाकर पीड़ित और उनके परिजनों से मुलाकात भी की थी. गौरतलब है कि सीएम केजरीवाल ने कुछ दिन पहले ही गुजरात के लोगों के लिए ये एलान किया था कि 'अगर गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो गुजरात के लोगों को हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी.' इसके साथ-साथ उन्होंने '31 दिसंबर 2021 तक के सभी पुराने बकाया बिलों को भी माफ करने का वादा' किया है.
गुजरात में त्रिकोणीय होगा मुकाबला
जाहिर है कि, इस साल के अंत में गुजरात में विधानसभा का चुनाव होना है. आगामी चुनाव में आप ने अपनी पूरी ताकत झोंककर इस मामले को त्रिकोणीय मामला बना दिया है. दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद पहली बार आम आदमी पार्टी ने गुजरात में अपना पूरा फोकस जमाया हुआ है. अभी तक गुजरात में दो बड़ी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही कड़ी टक्कर होती थी, लेकिन आप के आने के बाद ये मामला अब पूरी तरह त्रिकोणीय बन चुका है. गुजरात में आप का पूरा टारगेट है कि कैसे कांग्रेस के वोट को अपने खाते में लाया जाए.
कांग्रेस के वोट को अपने खाते में लाने की कोशिश
इस मामले में सीएम केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि, ये सुनिश्चित करें कि कांग्रेस का सभी वोट 'आम आदमी पार्टी' को मिले. हालांकि गुजरात विधानसभा में आप के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. यहां सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी का मुकाबला सिर्फ बीजेपी से नहीं होगा बल्कि उन तमाम पार्टियों से होगा जो आम आदमी पार्टी के पहले से चुनाव लड़ती आ रही हैं और मुकाबले में उनसे मजबूत हैं. कांग्रेस के वोट को अपने खाते में लाने के लिए आप के सामने ओवैसी की पार्टी AIMIM भी एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि AIMIM गुजरात में मुस्लिम वोटरों को टारगेट करेगी जिससे कांग्रेस के कुछ वोट AIMIM के खाते में जा सकते हैं, जिससे आप को नुकसान होगा.
पीएम मोदी कई बार कर चुके हैं गुजरात दौरा
28 जुलाई को गुजरात में प्रधानमंत्री मोदी ने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है. 29 जुलाई को भी प्रधानमंत्री मोदी गांधीनगर जाएंगे और विकास कार्य से संबंधित कई परियोजनों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. ऐसे में आप के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी को टक्कर देना इतना आसान भी नहीं होगा. एक तरफ जहां कांग्रेस ने गुजरात चुनाव से पहले ये रणनीति बनाई है कि वो सीधे-सीधे प्रधानमंत्री मोदी को टारगेट करने से बचेगी तो दूसरी ओर ऐसे में आप की क्या रणनीति रहेगी ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा.
अपने पुराने पैटर्न पर चलती आम आदमी पार्टी
ये बात साफ है कि दिल्ली और पंजाब की तरह आम आदमी पार्टी अब गुजरात के लोगों के सामने भी उसी रणनीति के हिसाब से अपने कदम को आगे बढ़ा रही है. गुजरात में आप मुफ्त बिजली, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और अच्छी शिक्षा पर जोर देती नजर आ रही है. ऐसे में राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर 'आम आदमी पार्टी' यहां मुख्य विपक्षी पार्टी भी बन पाती है तो गुजरात में आप के लिए ये सबसे बड़ी बात होगी. निश्चित तौर पर आम आदमी पार्टी को गुजरात चुनाव में इसका बड़ा फायदा मिलेगा.
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