Heavy Rain In Gujarat: गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में मानसूनी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. जोरदार बारिश से राजकोट, वडोदरा और अहमदाबाद समेत कई महानगर पानी-पानी हो गया है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है.
गांधीनगर में डैम लबालब भरा है. कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पार पहुंच गई है. सुरेंद्रनगर जिले चोटिला तालुका में सरगम के पास एक पुल भारी बारिश और बाढ़ के कारण ढह गया है.
गुजरात के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार (27 अगस्त) को लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश जारी रही, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई. अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के बीच बांधों और नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण 6,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों के मुताबिक सोमवार (26 अगस्त) को बारिश से जुड़ी घटनाओं में सात लोगों की जान चली गई. गांधीनगर, खेड़ा और वडोदरा जिलों में दीवार गिरने की घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की पेड़ गिरने से मौत हो गई और आनंद जिले में दो अन्य डूब गए.
पंचमहल, नवसारी, वलसाड, वडोदरा, भरूच, खेड़ा, गांधीनगर, बोटाद और अरावली जिलों के प्रशासन ने नदियों और बांधों में जल स्तर बढ़ने के कारण निचले इलाकों में बाढ़ के बीच एहतियात के तौर पर सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. अधिकारियों ने कहा कि पंचमहल में जिला प्रशासन ने लगभग 2,000 लोगों को स्थानांतरित किया, जबकि वडोदरा में 1,000, नवसारी में 1,200 और वलसाड में 800 लोगों को अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित किया गया.
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अब तक औसत वार्षिक वर्षा का लगभग 100 प्रतिशत प्राप्त हुआ है, जिसमें कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में इस मौसम में औसत वार्षिक वर्षा का 100 फीसदी से अधिक हिस्सा है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की संभावना जताई. वहीं बुधवार और गुरुवार को सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही गुरुवार तक पूरे राज्य में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया है.
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