गुजरात में अभी नहीं थमेगी बारिश, IMD ने इन जिलों के लिए जारी किया येलो-ऑरेंज अलर्ट, एडवाइजरी जारी
Gujarat Weather Update: गुजरात मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के कई शहरों में शुक्रवार को भी बारिश की संभावना है. इनमें वडोदरा, मोरबी, राजकोट, देवभूमि द्वारका सहित कई अन्य शहर शामिल हैं.
Gujarat Weather News Today: गुजरात के वडोदरा, राजकोट, सौराष्ट्र, देवभूमि द्वारका, मोरबी सहित कई शहरों में भारी बारिश और बाढ़ से मची तबाही के बाद अब लोगों की जिंदगी पटरी पर लौटने लगी हैं. मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी इन इलाकों में बादल छाए रहेंगे. साथ ही बारिश होने की भी संभावना है. मौसम विभाग ने बारिश की संभावनाओं को देखते हुए सभी से सतर्कता बरतने का सुझाव दिया है.
गुजरात मौसम केंद्र अहमदाबाद ने बारिश और बाढ से प्रभावित जूनागढ़, मोरबी और राजकोट क्षेत्र के लिए येलो अलर्ट और देवभूमि द्वारका, कच्छ, पोरबंदर और जामनगर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में कहीं-कहीं हल्की और कुछ इलाकों में शुक्रवार को भी भारी होने का पूर्वानुमान है. इन इलाकों में दिन के समय बादल छाए रहेंगे.
गुजरात में बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में औसत अधिकतम तापामन 30 से 32 और न्यूनतम तापमान 26 से 28 के बीच रहने का पूर्वानुमान है.
अब पानी का लेवल खतरे के निशान से कम
वहीं, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में जुटे अधिकारियों ने बताया कि बारिश से प्रभावित गुजरात में गुरुवार को स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ क्योंकि बारिश कम हो गई है, पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद वडोदरा शहर सहित कई इलाकों में बाढ़ का पानी भी कम होने लगा है.
इन क्षेत्रों में सुधरे हालात
गुजरात के वडोदरा में भारी बारिश के कारण विश्वामित्री नदी के उफान पर होने से कई बुधवार और गुरुवार को कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया था. अब शहर के अधिकांश हिस्सों से पानी कम होने लगा है. वडोदरा में अब आवागमन की स्थिति बहाल हो गई है. पानी का लेवल खतरे के निशान से निशान से छह फुट कम हो गया है.
फिलहाल, वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) ने एक बयान जारी कर बताया है कि शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्र नदी अपने उच्चतम स्तर 37 फुट (जो कि खतरे के निशान से 12 फुट ऊपर है) पर बह रही थी, लेकिन अब यह 31 फुट पर बह रही है.
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
गुजरात मौसम विभाग ने कहा कि प्रदेश में अभी बारिश का दौर जारी रहेगा. मछुआरों को आने वाले दो से तीन दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. मौसम विभाग ने कहा है कि प्रदेश में एक से दो दिन बारिश का दौर जारी रहेगा. बरसात के कारण राज्य में 140 जलाशय, बांध और 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
भारी बारिश के कारण यातायात और रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित हुई हैं. 206 बांधों में से 122 को उनके जलस्तर में तेज वृद्धि के कारण हाई अलर्ट पर रखा गया है.