Gujrat: BJP उमीदवार की हार पर भड़के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा, बोले- जिग्नेश मेवाणी को जिताकर वडगाम ने देश को दिया धोखा
Gujrat News: जिग्नेश मेवाणी ने इस बार गुजरात चुनाव में वडगाम विधानसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार मणिभाई वाघेला को 4000 से ज्यादा वोटों से हराया था.
Gujrat News: गुजरात के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जिग्नेश मेवाणी के हाथों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार की हार को लेकर शनिवार को वडगाम के मतदाताओं की आलोचना की.उन्होंने आरोप लगाया कि बनासकांठा जिले में अनुसूचित जाति-आरक्षित सीट के लोगों ने बीजेपी की जीत सुनिश्चित नहीं कर ‘‘देश के साथ धोखा’’ किया है.
हार पचाना भी सीखना चाहिए- जिग्नेश मेवाणी
मंत्री के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मेवाणी ने कहा कि सत्ता पक्ष को हार पचाना भी सीखना चाहिए. विश्वकर्मा ने दिन में वडगाम के वारनावाड़ा गांव के दौरे के दौरान ग्रामीणों द्वारा स्वागत किए जाने पर कहा, ‘‘जो लोग (बीजेपी की हार के लिए) जिम्मेदार हैं, उन्होंने वास्तव में देश के साथ विश्वासघात किया है. आपने मेरा स्वागत किया, माला पहनाई, लेकिन मैं आपको बता दूं कि अब इस तरह का पाखंड दिखाने के बजाय आपको यहां बीजेपी की जीत सुनिश्चित करके अपना प्यार दिखाना चाहिए था.’’मेवाणी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘बीजेपी के मंत्री परेशान हैं क्योंकि उनकी पार्टी यहां कई करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद जीत नहीं पाई. गर्मजोशी से स्वागत किए जाने के बावजूद विश्वकर्मा ने ग्रामीणों का अपमान किया.’’
जिग्नेश ने बीजेपी उम्मीदवार को दी थी मात
जिग्नेश मेवाणी ने इस बार गुजरात चुनाव में वडगाम विधानसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार मणिभाई वाघेला को 4000 से ज्यादा वोटों से हराया था. जिग्नेश मेवाणी मेवाणी 2017 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विजयी हुए थे और उन्हें कांग्रेस पार्टी का समर्थन प्राप्त था. बीजेपी उम्मीदवार मणिभाई वाघेला पहले कांग्रेस में ही थे और 2017 में टिकट नहीं मिलने के बाद वह बीजेपी में चले गए थे. बाघेला 2012 से 2017 तक वडगाम के ही विधायक थे.
गुजरात में बीजेपी ने अपने पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए इस बार के चुनाव में शानदार जीत हासिल की. वहीं, कांग्रेस की परफॉर्मेंस में गिरावट आई. 2017 के चुनावों में 77 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस इस बार चुनाव में महज 17 सीटों पर सिमट गई.