Holi 2022: होली का त्योहार यानी ऐसा त्योहार जो रंगों के रूप में पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन गुजरात में एक ऐसी जगह है जहां पिछले 200 साल से होली नहीं खेली गई. जी हां हम बिलकुल सच कह रहे हैं. गुजरात के बनासकांठा जिले का रामसन गांव जहां पर पिछले कई सालों से होली का रंग नहीं चढ़ सका है. आइये आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या वजह है.


इसके पीछे यह है वजह


बनासकांठा के रामसन गांव में कुछ लोग इसके पीछे पुरानी मान्यताएं बताते हैं तो कुछ दुर्घटना होने के आसार बताते हैं. रामसन गांव में पिछले लगभग दो सौ साल से होली का त्योहार नहीं मनाया गया है. इसके पीछे यह वजह है कि एक अहंकारी राजा के बुरे कामों की वजह से कुछ संतों ने इस गांव को बेरंग रहने की बद्दुआ दी थी, जिसके बाद से ही इस गांव में होली का जश्न नहीं मनाया जाता है. तभी से ही यह प्रथा चली आ रही है. तब से लेकर अब तक न तो यहां रंग व गुलाल खेले जाते हैं और न ही होलिकादहन होता है.


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पिछले 200 सालों से नहीं मनाया गया त्योहार


क्विंट हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक रामसन गांव के लोगों का मानना है कि इस गांव में 207 साल पहले होलिका दहन किया गया और धूमधाम से होली मनाई गई, लेकिन उसी होली के दिन अचानक ही पूरे गांव में आग लग गई और इस दौरान कई घर जलकर खाक हो गए. उसके बाद से ही गांव के लोगों में इतनी दहशत समा गई कि होली का त्योहार ही मनाना बंद कर दिया गया.


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