(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gujarat: ठगी मामले में आरोपी शख्स ने अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए पेश की झूठी कोरोना रिपोर्ट
Gujarat: एक ठगी मामले में गिरफ्तार आरोपी ने अपनी अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए कोविड -19 की फेक रिपोर्ट बनाई जिसके बाद उसकी पत्नी पर भी जालसाज़ी का मामला दर्ज़ किया गया है.
Gujarat: एक भूमि डीलर को धोखा देने के लिए नौकरशाह की हमशक्ल का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक ठग पर अब उसकी अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए कोविड -19 की फेक रिपोर्ट बनाने का मामला दर्ज़ किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
गांधीनगर के रायसन निवासी विजय टेंक के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट को उसकी जमानत अवधि बढ़ाने के लिए मूर्ख बनाने की कोशिश करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. टेंक ने उस मामले में जमानत मांगी थी जिसमें उस पर वडोदरा के एक जमीन कारोबारी से जुलाई 2021 में 4.3 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है. गांधीनगर की इन्फोसिटी पुलिस ने 19 जुलाई, 2021 को टेंक पर मामला दर्ज किया था.
उसने तीन भूमि सौदों की मंजूरी में तेजी लाने का वादा करके 55 वर्षीय अनिल पटेल को ठगा था. टेंक ने पटेल को एक ऐसे व्यक्ति से मिलवाया था, जो एक आईएएस अधिकारी से काफी मिलता-जुलता था. पैसे देने के बाद, पटेल को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है और उसने इन्फोसिटी पुलिस से संपर्क किया और टेंक के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया.
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21 जुलाई, 2021 को, उसके खिलाफ मामला दर्ज होने के कुछ दिनों बाद, गांधीनगर की स्थानीय अपराध शाखा की एक टीम ने टैंक को गिरफ्तार कर लिया और बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया. फरवरी में टेंक को गुजरात हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली. प्राथमिकी में कहा गया है, "टैंक को 21 फरवरी को साबरमती सेंट्रल जेल पहुंचना था क्योंकि हाईकोर्ट ने उसे 15 से 21 फरवरी के बीच अंतरिम जमानत दे दी थी.
पत्नी के खिलाफ भी मामला दर्ज़
उसकी पत्नी वीना टैंक ने अपने वकील के माध्यम से एक और सप्ताह के लिए जमानत विस्तार के लिए याचिका दायर की, इसके बाद टेंक ने कोविड का झूठा बहाना बनाया क्योंकि टेंक को 28 फरवरी तक जेल पहुंचना था, लेकिन वह नहीं दिखा,. उसकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि टेंक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस ने जांच शुरू की और रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉक्टर से पूछताछ की. डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि टैंक को कोविड के पुलिस ने जांच शुरू की और रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉक्टर से पूछताछ की. डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि टैंक को कोविड का पता नहीं चला था और उसकी रिपोर्ट ने इसके बिल्कुल विपरीत संकेत दिया था. प्राथमिकी में कहा गया है कि टैंक ने रिपोर्ट से छेड़छाड़ की थी और इसका इस्तेमाल जमानत बढ़ाने के लिए किया था.
टेंक ने तीन दिनों के लिए रायसन के एक निजी अस्पताल में भी जांच की थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर गांधीनगर स्थानीय अपराध शाखा के सब-इंस्पेक्टर वीके राठौड़ ने टेंक और उसकी पत्नी के खिलाफ सोला पुलिस में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश की शिकायत दर्ज कराई.