Statue of Unity: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरूवार को गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ देखने पहुंचे. इस दौरान उनके साथ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी थे. ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है. 2018 में इसका उद्घाटन किया गया था. धनखड़ ने अपनी यात्रा के बाद ट्वीट किया, “स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के चरणों में - भारत की सेवा करने के लिए धन्य, स्फूर्तिदायक, ऊर्जावान, प्रेरित महसूस कर रहा हूं. लौह पुरुष और भारत का एकीकरण करने वाले सरदार पटेल को कोटि-कोटि नमन.”
कौन हैं जगदीप धनखड़?
जगदीप धनखड़ भारत के चौदहवें उपराष्ट्रपति हैं. धनखड़ ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा किठाना गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय से की है. इसके बाद, उन्होंने सरकारी मिडिल स्कूल, घरधाना और सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ में अध्ययन किया. अपनी कॉलेज की शिक्षा के लिए, धनखड़ ने महाराजा कॉलेज, जयपुर में प्रवेश लिया और बी.एससी. (ऑनर्स) भौतिकी की पढ़ाई पढ़ी. उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से कानून में डिग्री हासिल की.
जगदीप धनखड़ ने एक वकील के रूप में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की, और पहली पीढ़ी के पेशेवर होने के बावजूद, वे देश के शीर्ष कानूनी विशेषज्ञों में से एक बन गए. 1990 में, उन्हें राजस्थान के न्यायिक उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था. वह देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों में पेश हुए हैं और 30 जुलाई, 2019 को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का पद संभालने तक राज्य के सबसे वरिष्ठ नामित वरिष्ठ अधिवक्ता थे. अपने कानूनी करियर के दौरान, धनखड़ सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे. 1987 में राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन, जयपुर के अध्यक्ष के रूप में चुने गए. एक साल बाद, वे 1988 में राजस्थान बार काउंसिल के सदस्य भी बने.
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