MP Poonam Maadam on Rivaba Jadeja: जामनगर में तीन बीजेपी महिलाओं के बीच हुए विवाद से पूरे राज्य की राजनीति गरमा गई है. इस मामले में जामनगर की मेयर और विधायक रिवाबा जड़ेजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी. अब पूनम मैडम ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी है. सांसद पूनमबेन मैडम ने जामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान जामनगर उत्तर विधायक रीवाबा जाडेजा के साथ अपने मौखिक विवाद पर कहा, "निश्चित रूप से कुछ गलतफहमी थी और इसकी प्रतिक्रिया वायरल वीडियो में दिखाई दे रही थी. और जैसा कि मैंने कहा, पार्टी एक परिवार की तरह है , इसमें हर कोई एक दूसरे की ताकत है."


सांसद पूनम मैडम की प्रतिक्रिया
उन्होंने कहा कि बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है, पार्टी की अनुमति के बाद मैं बयान दे रही हूं. एक गलतफहमी का वीडियो वायरल हो रहा है. मेरी भूमिका सिर्फ एक सांसद के रूप में नहीं बल्कि एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में भी थी. थोड़ी सी गलतफहमी हुई थी जिसका वीडियो वायरल हो गया, इससे ज्यादा कुछ नहीं. बीजेपी परिवार एक मजबूत परिवार है. इस प्रेस वार्ता में शहर बीजेपी अध्यक्ष विमल कघरा, दो महामंत्री और मेयर भी मौजूद थे. मैंने मौके पर ही माफी मांग ली क्योंकि आगे कोई चर्चा नहीं होनी थी. 


क्या था विवाद?
शहीदों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान बीजेपी की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई. जामनगर में एक सार्वजनिक मंच से बीजेपी की तीन दिग्गज महिला नेताओं के बीच हुई बहस इस समय चर्चा में है. जामनगर में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी विधायक रिवाबा गुस्से में लाल नजर आईं. सांसदों और वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में रिवाबा गुस्से में दिखीं. उनके गुस्से का ये वीडियो भी वायरल हो गया है. हालांकि, इस मामले में जब वह मीडिया के सामने आए तो उन्होंने पूरे मामले पर सफाई दी.


रीवाबा के गुस्से की वजह क्या थी?
उत्तरी जामनगर से बीजेपी विधायक रीवाबा मेरी मिट्टी मेरा देश और शहीद श्रद्धांजलि कार्यक्रम के तहत जामनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचीं. सांसद पूनम ने सबसे पहले यहां शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने का अनुरोध किया था. बिना चप्पल उतारे शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद रीवाबा की बारी आई और उन्होंने चप्पल उतारकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी तो सभी लोगों ने अपनी चप्पलें उतारीं और शहीदों के सम्मान में पुष्पांजलि अर्पित की.


इस मामले को लेकर सांसद पूनम ने बिना किसी का नाम लिए कहा, कुछ अनजान लोग ओवरस्मार्ट होते हैं. यहां तक ​​कि पीएम या राष्ट्रपति भी शहीद स्मारक पर अपनी चप्पलें उतारकर श्रद्धांजलि नहीं देते, जबकि यहां सभी अपनी चप्पलें उतारते हैं. इस बात पर रिवाबा नाराज हो गईं और उन्होंने जवाब दिया कि शहीदों के सम्मान में चप्पल उतारना कोई ओवरस्मार्टनेस नहीं है.


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