Gujarat News: गुजरात के जूनागढ़ (Junagadh) में एक मदरसे (Madrasa) के मौलाना को 10 नाबालिग छात्रों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार (Sodomised) करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि इन बच्चों ने शिकायत की थी लेकिन इसके बावजूद मदरसा के ट्रस्टी (55) ने मौलाना के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. पुलिस ने ट्रस्टी को भी गिरफ्तार कर लिया है.


न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जूनागढ़ पुलिस ने मंगलवार को बताया कि ट्रस्टी भाग गया था. हालांकि उसे भी रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. जिले की मांगरोल पुलिस ने 17 वर्षीय छात्र की शिकायत के आधार पर रविवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 377,  323 506-2 और पॉक्सो (POCSO) की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया. यह घटना मंगरोल-वेरावल स्थित एक आवासीय मदरसे की है. दरअसल, कुछ दिन पहले मदरसे के एक और मौलाना के फोन से एक छात्र ने अपनी मां को फोन कर घटना के बारे में बताया था. इसके बाद महिला ने पुलिस से संपर्क किया. महिला ने बताया कि मदरसा में रहने वाले और पढ़ने वाले छात्रों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया जा रहा है. 


छात्रों को विश्वास में लेकर पुलिस ने की पूछताछ
वहीं, पुलिस 21 अक्टूबर को मदरसा परिसर में पहुंची. कुछ मुस्लिम नेताओं की मदद से उन्होंने छात्रों को विश्वास में लिया तो मदरसे में पढ़ने वाले 10 छात्र आगे आए और उन्होंने बताया कि आरोपी शिक्षक ने उनके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया और साथ ही धमकी भी दी थी. छात्रों को यह धमकी दी गई थी कि अगर किसी ने अपने माता-पिता या किसी बाहरी व्यक्ति से इसकी शिकायत की तो वह उन्हें जान से मार देगा.


एसपी ने किया मदरसे का दौरा
पुलिस को यह भी पता चला कि जब छात्रों ने शिक्षक से खुद को बचाने के लिए मदरसे के ट्रस्टी से संपर्क किया तो उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की. पुलिस ने बताया कि ट्रस्टी को लगा कि अब मौलाना के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा तो उसने उसे भगाने में मदद की. उधर, जूनागढ़ के पुलिस अधीक्षक हर्षद मेहता ने मदरसे का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी.


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