Kheda Accident News: गुजरात के खेड़ा जिले स्थित नाडियाड कस्बे में गणेश पंडाल तैयार करते समय बिजली का करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि गीतांजलि चौक पर मंगलवार देर रात सार्वजनिक गणेश पंडाल लगाते वक्त यह घटना हुई. उन्होंने बताया, ‘‘पीड़ित तिरपाल लगाते हुए बिजली के तार की चपेट में आ गए. दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीसरे को बचा लिया गया.’’ अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान जितेंद्र तलपडा (24) और राजू पलास (35) के तौर पर की गई है.
धूमधाम से मनाया जा रहा गणेश उत्सव
गुजरात में गणेश उत्सव की धूम है. पूरे भारत में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. त्योहार के पहले दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्तियां स्थापित कर गणपति बप्पा की पूजा करते हैं. गणेश उत्सव के मौके पर भक्त गणपति बप्पा को सजाते हैं और उनकी पूजा करते हैं. फिर कुछ दिनों के बाद भक्त मूर्तियों को पानी में विसर्जित करके उन्हें विदा करते हैं. भगवान गणेश की मूर्तियों को पूजा के लिए घर में रखने की अवधि पूरी तरह से भक्तों पर निर्भर करती है. इस त्योहार को मनाने के पीछे कई कहानियां और मान्यताएं हैं.
भगवान गणेश का जन्म कैसे हुआ?
ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था, जो इस साल 31 अगस्त को ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार पड़ता है. शिवपुराण के अनुसार भगवान गणेश का जन्म माता पार्वती के उबटन से हुआ था. देवी माता एक बार हल्दी का उबटन लगाई थी. कुछ देर के बाद उन्होंने उबटन को उतार कर एक पुतला बनाया. उसके बाद उस पुतले में प्राण डाले. इस तरह भगवान गणेश का जन्म हुआ. माता पार्वती ने लंबोदर को द्वार पर बैठा दिया और बोली कि किसी को भी अंदर मत आने देना. कुछ देर के बाद महादेव आए और घर जाने लगे. इस पर गणेश भगवान ने उन्हें रोक दिया. इससे क्रोधित होकर भगवान शिव ने अपने त्रिशूल से गणपति की गर्दन काट दी.
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