Gujarat ABHAYAM: गुजरात में 2014 में वूमेंस डे पर शुरू की गई अभयम 181 हेल्पलाइन ने पिछले सात सालों में 9.8 लाख कॉल दर्ज किए.  2022 के पहले 59 दिनों (जनवरी और फरवरी) में देखा जाए तो अभयम 181 महिला हेल्पलाइन पर संकट के 25,292 कॉल आए यानी कहा जा सकता है कि हर घंटे औसतन लगभग 18 कॉल आए.  कुल कॉलों में से, 40% कॉल चार प्रमुख शहरों अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट से थीं. 


घरेलू हिंसा सबसे अधिक रिपोर्ट करने वाला अपराध


कॉलों के विश्लेषण से पता चलता है कि घरेलू हिंसा सबसे अधिक रिपोर्ट किया जाने वाला अपराध है, जो सात वर्षों में कुल कॉल वॉल्यूम का लगभग 38% है, इसके बाद उत्पीड़न (6%) और विवाहेतर संबंध (396) हैं.


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अभयम के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक आज हर जिले में अभयम सलाहकारों की एक से अधिक टीम है जो कॉल के माध्यम से दोनों का जवाब देती है और जरूरत पड़ने पर पुलिस टीम के साथ घटनास्थल का दौरा भी करती है. हर साल, हम कॉल की संख्या में वृद्धि देखते हैं, और इसका एक कारण लगातार बढ़ रहा नेटवर्क है. फिर भी, बेहतर जागरूकता के कारण प्रमुख शहरों से पर्याप्त कॉल वॉल्यूम है.


2022 में अब तक इतने मामले


2022 में अब तक हेल्पलाइन पर गुजरात से घरेलू हिंसा के 201 कॉल, उत्पीड़न के 48 कॉल, विवाहेतर संबंध के 19, मारपीट के 8, पीछा करने के 6 और छेड़खानी के 5 कॉल आए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि छेड़खानी और पीछा करने जैसे मामलों में तेज कार्रवाई से अपराधियों को रोका जा सकता है.


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